- trending-title
- ऋचा का कातिलाना अंदाज और पोज़ बहुत पसंद आया फैंस को
- Saturday, Nov 23, 2024
by NewsDesk - 12 Apr 24 | 132
नई दिल्ली। चुनावी रण में आरोपों तीर चलना स्वाभाविक है। जब यही तीन कानून की चौखट पर पहुंच जाएं तो मामला गंभीर हो जाता है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरुर के बीच आरोपों को लेकर दिए गए नोटस चर्चा का विषय बन गया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने चुनाव से पहले एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप तेज कर दिए हैं। पहले तो भाजपा नेता ने कांग्रेस लीडर के खिलाफ मानहानि नोटिस भेजा, जिसके जवाब में थरूर ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर या अनजाने में मंत्री के खिलाफ गलत या दुर्भावनापूर्ण आरोप नहीं लगाया है। साथ ही उन्होंने चंद्रशेखर से अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने की मांग रखी। इतना ही नहीं, उन्होंने मंत्री को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दे डाली।
थरूर के वकील की ओर से जारी बयान में कहा गया, मेरा क्लाइंट किसी भी अपमान के लिए जिम्मेदार नहीं है क्योंकि उन्होंने ऐसा कुछ कहा ही नहीं है।
शशि थरूर के बयान में कहा गया, आपका क्लाइंट विवाद को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। ऐसा करके वह लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं। वह मेरे मुवक्किल की लोकप्रियता को नुकसान पहुंचाने की बेताब कोशिश कर रहे हैं। झूठे विवादों को जन्म दिया जा रहा है। इस तरह के दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाने के लिए केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके आगे कहा गया, अगर आपका मुवक्किल इस नोटिस की मांगों को नजरअंदाज करता है। वह मेरे क्लाइंट के खिलाफ झूठे और फर्जी आरोप लगाकर उसे बदनाम करने की कोशिशें जारी रखता है, तो हम आपके खिलाफ दंडनीय अपराध को लेकर मुकदमा चलाने के लिए बाध्य होंगे। मेरे मुवक्किल के खिलाफ लगाए गए निराधार और दुर्भावनापूर्ण आरोपों के कारण नुकसान हो सकता है।
गुरुवार को राजीव चंद्रशेखर ने शशि थरूर को कानूनी नोटिस भेजा था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता पर हाल में टीवी चैनल पर उनके खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने प्रमुख मतदाताओं और पादरियों जैसे प्रभावशाली लोगों को भाजपा उम्मीदवार की ओर से रिश्वत दिए जाने की गलत सूचना फैलाई। थरूर ने ये बयान चंद्रशेखर की प्रतिष्ठा और छवि को नुकसान पहुंचाने के इरादे से दिए। शशि थरूर की टिप्पणी ने तिरुवनंतपुरम के पूरे ईसाई समुदाय और उसके नेताओं का भी अनादर किया है, क्योंकि उन्होंने उन पर वोट के बदले नकदी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया। आरोप में कहा गया है कि कांग्रेस सांसद के बयान आदर्श आचार संहिता का भी उल्लंघन हैं। मालूम हो कि आगामी लोकसभा चुनाव में चंद्रशेखर और थरूर तिरुवनंतपुरम सीट पर आमने-सामने हैं जहां 26 अप्रैल को मतदान होना है।
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24