ग्वालियर। ग्वालियर के सुप्रसिध्द समाजसेवी, प्रतिष्ठित व्यापारी एवं चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पहले संरक्षक सदस्य सेठ गोपालदास अग्रवाल की तृतीय पुण्यतिथि पर दूसरा विभूति सम्मान समारोह रविवार को ‘चेम्बर भवन’ में आयोजित किया गया । इस अवसर पर वरिष्ठ अभिभाषक आर. डी. जैन, डॉ. वैणी माधव शास्त्री, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष श्रीकृष्णदास गर्ग एवं चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय गोयल सहित सेठ श्री गोपालदास जी स्मृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष- ग्वालदास अग्रवाल मंचासीन थे ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सेठ श्री गोपालदास जी अग्रवाल की प्रतिमा पर पुष्पों से श्रद्घांजलि देकर किया गया । इस अवसर पर सेठ श्री गोपालदास जी स्मृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष ग्वालदास अग्रवाल ने कहा कि आप सभी ने मेरे पिताश्री की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में अपना अमूल्य समय देकर जो सहयोग प्रदान किया है, उसके लिए मैं, आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूँ । मेरे पिताजी की पुण्य तिथि पर आयोजित इस कार्यक्रम में पधारे सभी सम्माननीय एवं गणमान्य जनों का आभार । मेरे पिताजी का जन्म 14 फरवरी, 1938 को हुआ था, उनका जन्म दिवस भी विश्व भर में लोग स्नेह के रूप में मनाते हैं । हमारा प्रयास होगा कि हम, उनके जन्म दिवस पर भी उनकी स्मृति में कार्यक्रम आयोजित करें । कार्यक्रम का संचालन कर रहे सेठ श्री गोपालदास जी स्मृति सेवा संस्थान के सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि स्व. गोपालदास जी ने जीवन में कठिन परिश्रम और संघर्षों से खुद अपने-आपको फर्श से अर्श तक स्थापित किया था । इसलिए उनकी पुण्यतिथि पर उन विभूतियों का सम्मान किया जाता है, जिन्होंने कठिन संघर्ष और परिश्रम से खुद को स्थापित किया है । उनको ‘विभूति सम्मान’ से नवाजा जाता है ।
डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने प्रत्येक विभूति का परिचय कराते हुए अतिथिगणों से उनको सम्मानित करने का आग्रह किया। कार्यक्रम में शिक्षक दम्पत्ति धर्मेन्द्र सिंह तोमर एवं श्रीमती साधना तोमर, गनपतराम नीखरा, डॉ. ए. के. वाजपेयी, डॉ. डी. आर. मोघे, आशाराम राठौड़ एवं गोपालदास चौरसिया का शॉल-श्रीफल व सम्मान पत्र देकर मंचासीन अतिथियों द्बारा सम्मानित किया गया । इस अवसर पर वरिष्ठ अभिभाषक एवं पूर्व महाधिवक्ता आर. डी. जैन ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में आने से पूर्व में एक समाचार पढ़ रहा था, जिसमें यह लिखा था कि आज के डिजिटल युग में लोग 5 हजार किलोमीटर दूर बैठे व्यक्ति से 5 सेकण्ड में बात कर सकते हैं, लेकिन एक भवन में रहकर भी लोग अपनों से कई दिनों तक बात नहीं कर पाते हैं । आज वह समय आ गया है कि लोग अपने बुजुर्गों को वृद्घाश्रम में भेज रहे हैं, ऐसे विपरीत समय में आज स्व. गोपालदास जी अग्रवाल के परिवारजन द्बारा यह कार्यक्रम आयोजित करना बड़ी बात है,