रिपोर्ट... सचिन बहरानी
बीजेपी के बल्ला मार विधायक के बर्थडे में कोरोना प्रोटोकाल की उड़ी धज्जियां जिला प्रशाशन ने कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला देकर गणेशोत्सव में सिर्फ 10 लोगों को अनुमति दी है,लेकिन वही दूसरी ओर बीजेपी के विधायक आकाश विजयवर्गीय के जन्मदिन पर हजारों की संख्या में समर्थक जुटे पुलिस और जिला प्रशाशन रहा नदारद?
सत्ता के नशे में चूर इंदौर की तीन नंबर विधानसभा सीट से विधायक आकाश विजयवर्गीय के बर्थडे में कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ीं। यहां न तो समर्थक मास्क लगाए हुए थे और न ही दूरी का ध्यान रखा गया। यह सब विधान सभा 3 के बीजेपी के विधायक आकाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में हुआ। इतनी भीड़ के जमा होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल नदारद रही। खास बात तो यह है कि कोरोना और गणेश उत्सव को लेकर इंदौर में धारा 144,188 लगी हुई है। साथ ही गणेश उत्सव में 10 लोगों से ज्यादा एक साथ जमा नहीं होने के दिशा-निर्देश हैं। इसके बाद भी इतनी भीड़ के जमा होने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इंदौर की तीन नंबर विधानसभा के MLA आकाश विजयवर्गीय के जन्मदिन पर समर्थकों ने कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ दिया। यहां घर के बाहर मंच लगाकर ना सिर्फ बधाईयां दी गई। बल्कि हजारों की संख्या में यहां समर्थक इकट्ठा होकर पहुंचे। इस दौरान ढोल-नगाड़ों के साथ MLA को बधाई दी गई। उनके समर्थक यहां ढोल ओर बाजे गाजे के साथ पहुंचे थे। पूरी गली में हजरों की संख्या में भीड़ लगी हुई थी। जिसमें समर्थक न तो मास्क लगाए हुए थे और न ही डिस्टेसिंग का का पालन कर रहे थे। विधायक आकाश भाजपा के बाहुबली नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। निगम अधिकारी के साथ किए बल्ला कांड के बाद विधायक आकाश विजयवर्गीय चर्चा में आये थे।
विधायक आकाश विजयवर्गीय हमेशा ही चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में नगर निगम की कारवाई के दौरान एक अधिकारी की बल्ले से पिटाई कर दी थी। इसके बाद जमकर हंगामा बरपा था। कांग्रेस शासन काल में उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस भी दर्ज हुआ था और वो जेल भी गए थे पर क्या कोरोना प्रोटोकॉल आम जनता के लिए है नेताओ के लिए कोई प्रोटोकाल नही है क्या? पूरे मामले में जिला प्रशाशन ओर पुलिस प्रशाशन पर कई सवालिया निशान खड़े कर दिए है देखना हिगा इन सवालों का जवाब कोन देता है?