कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि इंदौर नगर निगम के द्वारा शहर के नागरिकों के द्वारा विसर्जन के दी गई गणेश प्रतिमाओं के साथ किया गया अपमानजनक व्यवहार निंदनीय है । इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए । जनता की आस्थाओं पर आघात पहुंचाने के लिए आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए तथा नगर निगम आयुक्त को तत्काल सारे शहर से माफी मांगना चाहिए ।
शुक्ला ने कहा कि सारे शहर के नागरिक अपने धार्मिक आस्था के साथ हर वर्ष गणेश उत्सव में गणेश जी की प्रतिमा अपने घर दुकान कार्यालय में स्थापित करते हैं । 10 दिन तक पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी का पूजन किया जाता है । अनंत चतुर्दशी के दिन नागरिकों के द्वारा इस प्रतिमा को विधिवत विसर्जन के लिए नगर निगम के द्वारा बनाए गए शामियाने में दिया जाता है । पिछले कई सालों से नगर निगम के द्वारा शामियाना लगाकर इस तरह से प्रतिमा एकत्रित करने का कार्य किया जाता रहा है । सारे शहर में 85 स्थानों पर नगर निगम के द्वारा बनाए गए शामियाने में प्राप्त हुई हजारों प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए आज नगर निगम के द्वारा जो कुछ किया गया, वह बेहद शर्मनाक निंदनीय और जनता की आस्था के साथ अपमानजनक व्यवहार है।
शुक्ला ने कहा कि इन प्रतिमाओं के विसर्जन के जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं वह नागरिकों के मन में गुस्सा पैदा कर रहे हैं । प्रथम पूज्य भगवान के रूप में गणेश जी की पूजा की जाती है। नागरिकों की आस्था की प्रतीक गणेश प्रतिमाओं को सीवरेज के पानी के डोबरे में निगम के द्वारा जिस तरह से अपमानजनक तरीके से फेंका गया और डाला गया वह अक्षम्य है ।उन्होंने मांग की है कि प्रतिमा के विसर्जन के कार्य की जिम्मेदारी देख रहे अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए । शहर की जनता की आस्था के साथ किए गए इस खिलवाड़ के लिए आपराधिक प्रकरण पुलिस थाने में दर्ज किया जाए । इंदौर नगर निगम की आयुक्त के द्वारा शहर की जनता से इस अपमानजनक स्थिति के लिए माफी मांगी जाए।