केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य ने तीन दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन की शुरूआत गुरुवार को मांडरे की माता मंदिर में पूजा अर्चना से की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के भांजे व प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा मांडरे की माता मंदिर में उनके साथ रहे। उनकी और सिंधिया की नजदीकियां राजनीति के नए समीकरण बना रही हैं।
इस पर अनूप मिश्रा का कहना था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से अलग-अलग पार्टी के होने के कारण मतभेद थे, लेकिन मनभेद पहले भी नहीं था और अब भी नहीं हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी को सिंधिया परिवार ने काफी मदद की थी। तब से हमारे इस परिवार से संबंध हैं। मैंने तय किया था जब ज्योतिरादित्य सिंधिया को केन्द्र में मंत्री बनाया जाएगा तो घर बुलाउंगा, पर उन्होंने खुद ही इसका ध्यान रखा। शाम को वह मेरे घर आ रहे हैं। अनूप मिश्रा ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बदले जाने की खबरों को सिरे से नकारा। उन्होंने कहा शिवराज बेहतर मुख्यमंत्री उनमें कोई कमी नहीं, नहीं बदला जाएगा प्रदेश में मुख्यमंत्री। फूट डालो शासन करो कांग्रेस ने यही किया है, अंग्रेजों की नीति अपनाई है नेहरू ने भी यही किया। मुख्यमंत्री कोई भी हो ओबीसी का हो या सवर्ण हो कोई फर्क नहीं पड़ता, मुख्यमंत्री विकास करने वाला हो इतना काफी है।