रिपोर्ट.... सचिन बहरानी
एकेडमिक कैलेंडर सुधार की प्रक्रिया लगातार जारी है इसी सुधार प्रक्रिया शैक्षणिक संस्थानों में समय पर परीक्षा समय पर परिणाम लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित जनवरी माह के पहले सप्ताह में परीक्षाएं खटाई में पड़ती नजर आ रही है परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर अशेष तिवारी के अनुसार यदि चुनावी ड्यूटी में लगाए गए अधिकारी की कमी आई तो परीक्षाएं बढ़ाई भी जा सकती हैं...
जनवरी माह में पंचायत चुनाव कराने की घोषणा जिम्मेदारों ने की जाहिर सी बात है चुनाव जैसी बड़ी प्रक्रिया जब होना है अधिकारी और कर्मचारी की आवश्यकता बड़े पैमाने पर चुनाव में होती है आगामी जनवरी माह में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तकरीबन 70% कर्मचारी और अधिकारियों की चुनावी ड्यूटी लगाई गई है जनवरी के पहले सप्ताह में विश्वविद्यालय कई विषयों की परीक्षाएं भी आयोजित कर रहा है होने वाली परीक्षाओं में लगभग 50,000 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे ऐसे में प्रबंधन से बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारियों का चुनावी ड्यूटी में हो ना छात्रों के नुकसान का कारण बन सकता है परीक्षा नियंत्रक के अनुसार इंदौर जिलाधीश को पत्र के माध्यम से कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी से रिलीज करने की गुहार भी की गई है कब तक फैसला होगा यह कहना तो अभी मुश्किल है लेकिन परीक्षा के जिम्मेदार तिवारी ने इतना जरूर कहा कि अधिकारी कर्मचारी ना होने से परीक्षाएं प्रभावित होंगी यदि हालात ठीक ना रहे तो परीक्षाएं आगे बढ़ाई जा सकती हैं...
चुनावी ड्यूटी हो होने वाली परीक्षा को लेकर कर्मचारी संघ के महासचिव से भी बात की गई कुछ इसी तरह की परेशानी और होने वाली परीक्षा कर्मचारियों की कमी बताते हुए शासन प्रशासन से छात्र हित में फैसला लेने की बात उन्होंने भी कहीं...