रिपोर्ट.... सचिन बहरानी
इंदौर के छोटे बच्चे सिखा रहे है,देश के बड़े बच्चों को दया का पाठ स्ट्रीट डॉग ठंड में बिना स्वेटर रजाई बिस्तर और भोजन के कैसे सोएगा। Dogitization यह न कोई एनजीओ संस्था है ना कोई सामाजिक संगठन है ना कोई प्राइवेट कंपनी अगर कुछ है तो बेजुबानों के प्रति दया प्रेम। इंदौर मैं कुछ वेल एजुकेटेड महिलाओं के द्वारा एक मिशन चलाया जा रहा है जिसका नाम है,dogitization. ना यह किसी से डोनेशन लेते हैं ना ही कोई सरकारी मदद लेते हैं नाही स्ट्रीट डॉग के देखभाल के लिए किसी प्रकार का चंदा लेते हैं यह जो कुछ करते हैं अपने बदौलत करते हैं शुरुआत में इस मुहिम को शुरू करने के लिए एक मल्टी नेशनल बैंक में काम कर चुकी महिला ने पहला सराहनीय कदम उठाया इसके बाद धीरे-धीरे इनसे लोग जुड़ते गए और आज इस वक्त मध्य प्रदेश सहित अलग-अलग राज्यों से करीब 1 लाख 80 हजार लोग इनके इस मुहिम से जुड़ चुके हैं, हालांकि यह मुहिम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए संचालित हो रही है, इस ग्रुप में अगर किसी ने स्ट्रीट डॉग के लिए कुछ बेहतर किया है जैसे उनके लिए घर बनाना उन्हें बेहतर भोजन देना उनका बेहतर ख्याल रखना बकायदा ग्रुप के द्वारा इसका वीडियो बनाया जाता है वीडियो इस ग्रुप के द्वारा शेयर किए जाते हैं। इंदौर के ओल्ड पलासिया स्थित रहवासियों ने स्ट्रीट डॉग के लिए उनके घर बनाने के लिए छोटे-छोटे ड्रम का इस्तेमाल किया है,ड्रम के अंदर रजाई लगा दी है जिससे ठंड में डॉग को ठंडा न लगे। इसके साथ ही उन्हें थर्मल कपड़े पहनाए गए हैं और रहवासी लोग सुबह शाम उनकी खाने पीने की व्यवस्था करते हैं,उनकी देखभाल करते हैं। अपने बच्चों की तरह उनसे प्यार करते है। ड्रम के ऊपर लिखा हुआ है बेजुबान से एक मीठा सा रिश्ता,, इसके साथ ही ड्रम को छोटे-छोटे मासूम बच्चो का डेकोरेट करते हुए और स्ट्रीट डॉग को लड्डू कैसे पुकारते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। मासूम बच्चे लड्डू के प्याऊ में उनका पानी भरते हैं, उन्हें अपने हाथों से खाना खिलाते हैं और इंदौर से बेहद खूबसूरत मैसेज पूरी दुनिया को दे रहे हैं कि इन बेजुबान उसे नफरत मत कीजिए इनके साथ एक मीठा सा रिश्ता बनाई है यह हमारे अपने हैं अगर हर किसी ने इनके साथ प्यार कर लिया यह लोगों को काटना बंद कर देंगे उसके साथ ही इस मुहिम को चलाने वाली महिला का उद्देश है अगर दया की भावना हर किसी के मन में आ गई तो इस दुनिया से अपराध भी खत्म हो जाएगा क्योंकि दया अगर आपके मन में है तो आप अपराध को अंजाम नहीं दे सकते हैं। फिलहाल इंदौर से लड्डू का घर लड्डू के साथ मीठे रिश्ते की कहानी dogitization सोशल मीडिया के माध्यम से हर घर तक पहुंचाना चाहती है और लोगों से अपील कर रही है, इन्हें अपने परिवार का हिस्सा समझे और इसने अपनों की तरह प्यार करें क्योंकि यह दया ही असली इंसानियत है।