ग्वालियर । विश्व संगीत समागम “तानसेन समारोह-2021” का आयोजन 25 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक किया जा रहा है। तानसेन समारोह की पूर्व संध्या पर आयोजित पूर्वरंग “गमक” का आयोजन 25 दिसम्बर को शाम 7 बजे से इंटक मैदान हजीरा पर होगा। “गमक” में विश्व विख्यात पंजाबी सूफी गायक उस्ताद पूरनचंद्र बडाली एवं लखविंदर बडाली का सूफियाना गायन होगा।
विश्व भर में सूफी संगीत को सिद्ध प्रार्थना के रूप में स्थापित करने का श्रेय पद्मश्री पूरनचंद्र और उनके घराने को है। पद्मश्री पूरनचंद्र बडाली और उस्ताद लखविंदर बडाली के सूफियाना कलाम, भजन एवं गीतों से शनिवार की शाम भक्तिमय और संगीतमय होगी। राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा स्थानीय प्रशासन, नगर निगम व पुलिस के सहयोग से आयोजित हो रहे समारोह की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। समारोह में शहर के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, संगीत प्रेमियों एवं पत्रकारगणों को आमंत्रित किया गया है। समारोह पूर्णत: नि:शुल्क है।
कला यात्रा में संभाग भर के लोक कलाकार बहायेंगे लोकधारा
तानसेन समारोह स्थानीय समिति के अध्यक्ष एवं संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना की पहल पर पूर्व रंग “गमक” कार्यक्रम को इस साल विशेष भव्यता के साथ आयोजित किया जा रहा है। “गमक” से पहले विशाल कला यात्राएँ निकलेंगीं। एक कला यात्रा पारंपरिक रूप से किलागेट से शुरू होकर “गमक” आयोजन स्थल इंटक मैदान हजीरा तक पहुँचेगी। इस बार महाराज बाड़ा से एक भव्य कला यात्रा निकाली जा रही है। जिसमें ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों के लोक कलाकार शामिल होंगे। इस कला यात्रा में शामिल लोक कलाकार मार्ग में चार स्थानों पर अपने-अपने जिले की लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। श्रेष्ठ कला दलों को नगर निगम द्वारा आकर्षक नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए एक निर्णायक मण्डल समिति का गठन किया गया है।
तानसेन समारोह के तहत आयोजित होने जा रहे “गमक” से पूर्व महाराज बाड़ा से निकलने वाली कला यात्रा में शामिल लोक कलाकार विक्टोरिया मार्केट परिसर, गोपाचल पर्वत, फूलबाग व लोको शेड के समीप अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। कला यात्रा से पहले सभी जिलों के कला दल फूलबाग मैदान पर एकत्रित होंगे और बारी-बारी से महाराज बाड़ा पहुँचकर अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए अपरान्ह 3 बजे से पैदल-पैदल आगे के लिए बढ़ेंगे।