रिपोर्ट.... सचिन बहरानी
अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, उसके द्वारा किए गए गुना उसका पीछा नहीं छोड़ते देर सवेर ही सही लेकिन पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इंदौर पुलिस ने एक ऐसे अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया है, जहां 25 नवंबर के दिन गुमशुदा युवक के हत्याकांड के मामले में जिला बदर आरोपी सहित उसके अन्य दो साथियों को अपनी गिरफ्त में लिया है जहां प्रेमिका के शक में उस युवक को मौत के घाट उतार दिया
प्रेमिका से प्रेम प्रसंग के शक में हुए, गुमशुदा युवक के अंधे कत्ल में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने गुमशुदा युवक भूपेंद्र उर्फ चंदू की बेसबॉल से डंडों से पीट कर हत्या कर शव को घर की छत पर ले जाकर ड्रम में केरोसिन डालकर जला दिया और अस्तियों को मोटका घाट स्थित नर्मदा नदी में फेंक आए बताया जा रहा है कि द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में रहने वाले चंदू उर्फ भूपेंद्र वर्मा की गुमशुदगी परिजनों ने थाने पर दर्ज कराई थी, इसके बाद से पुलिस युवक की तलाश में थी, मुखबिर की सूचना पर पुलिस को एक ऐसी चौंकाने वाली जानकारी मिली, जहां जिला बदर बदमाश नारायण उर्फ नारू वर्मा से घटना के दिन गुमशुदा युवक भूपेंद्र का विवाद हुआ था, शक होने पर पुलिस ने जिला बदर बदमाश को होशंगाबाद से हिरासत में लिया और जब पूछताछ की गई तो पूरे घटना की जानकारी सामने आने लगी, आरोपी लिस्टेड बदमाश नारायण उर्फ नारु वर्मा ने अपने दो अन्य साथी कृष्णकांत और अनुराग के साथ मिलकर युवक की बेसबॉल के डंडों में किले लगाकर पिटाई कर उसे मौत के घाट उतार दिया, जिसके बाद उसके शव को जिम की छत पर ड्रम थीनार डालकर जला दिया, घटना के बाद आरोपी नारायण शव के अंगों को छुपाने के लिए एक कार से मोर्टक्का घाट नर्मदा ब्रिज से फेंक दिया। घटना का खुलासा तब हुआ जब पुलिस जांच पड़ताल करते गुमशुदा युवक भूपेंद्र के साथ काम करने वाली एक युवती के पास पहुंची, जब युवती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसके प्रेमी नारायण और उसके साथियों से विवाद हुआ था जिला बदर बदमाश नारायण वर्मा की प्रेमिका युवती मृतक भूपेंद्र उर्फ चंदू के साथ एक ही दुकान पर काम करती थी। आरोपी बदमाश को प्रेमिका और मृतक पर प्रेम प्रसंग का शक होने के चलते आक्रोश में आकर लिस्टेड बदमाश नारायण ने हत्याकांड को अंजाम दिया। फिलहाल दो आरोपियों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। वही एक की तलाश पुलिस कर रही हैं।
हत्याकांड में शामिल शातिर आरोपी नारायण उर्फ नारु वर्मा पर 15 से भी ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज है, वर्ष 2017 में आरोपी ने तेजाजी नगर और द्वारकापुरी में एक हत्या कांड को अंजाम दिया था। पुलिस इन दोनों अंधे कत्ल में भी आरोपी को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। जिसके बाद जमानत पर बाहर आने के बाद मारपीट और कई अपराधी उस पर दर्ज है। जिसको लेकर पुलिस ने हाल ही के 2 महीने पहले उसका जिला बदर किया था।जिला बदर होने के बावजूद थाना क्षेत्र में आकर एक बड़ी हत्याकांड को अंजाम दे गया। इस पर अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।