भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि जहां एक तरफ़ 30 जनवरी को पूरा देश शहीद दिवस मनाते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मना कर ,उनके आजादी के संघर्ष व देश हित में किए कार्यों को याद कर रहा है वहीं दूसरी तरफ़ शिवराज सरकार में आज प्रदेश के ग्वालियर और इंदौर में खुलेआम गोडसे जिंदाबाद के नारे लगाए गए ,गांधीजी को कोसा गया और यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ ,इसी से समझा जा सकता है ऐसे तत्वों को भाजपा सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है।
सलूजा ने कहा कि भाजपा की गोडसे वादी विचारधारा समय-समय पर सामने आती रहती है।पहले भी भाजपा की भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर देश की संसद में गोडसे को देशभक्त बता चुकी है ,राष्ट्रपिता को खुलेआम गाली बकने वाले कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से पकड़ा गया ,उनके पक्ष में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सामने आ चुके हैं , वहीं भाजपा के मंत्री मोहन यादव राष्ट्रपिता को फर्जी पिता कहकर सोशल मीडिया पर खुलेआम टिप्पणी करते हैं और आज गांधी जी की पुण्यतिथि के दिन ग्वालियर में हिंदू महासभा घोषणा कर गोडसे स्मृति दिवस मनाती है ,5 लोगों को गोडसे-आप्टे भारत रत्न सम्मान दिया जाता है।इसके पूर्व भी ग्वालियर में गोडसे की मूर्ति लगाने व मंदिर बनाने के प्रयास के मामले सामने आ ही चुके हैं।
वही इंदौर में खुलेआम गोडसे जिंदाबाद के नारे लगते हैं , गांधी वध को जायज ठहराया जाता है ,गोडसे के बयानों की प्रदर्शनी लगाई जाती है और यह सब पुलिस की मौजूदगी में होता है। सलूजा ने कहा कि शिवराज सरकार बताए कि वह किस विचारधारा के साथ है गांधीजी की या गोडसे की ? यदि वह गांधी जी की विचारधारा के साथ हैं तो ऐसे आयोजनों को अनुमति कैसे मिली , क्यों ऐसे तत्वों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई ,क्या प्रदेश में इसी प्रकार खुलेआम गोडसे जिंदाबाद के नारे लगते रहेंगे ,इसी प्रकार राष्ट्रपिता गांधी जी को कोसा जाता रहेगा ,सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए ?