इंदौर के देवगुराडिया स्थित टेंचिंग ग्राउंड जहां इंदौर शहर का सालों से कचरा फेंका जा रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में स्वच्छता अभियान चलाया और 5 साल पहले इंदौर प्रशासन ने देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड से कचरा हटाने का फैसला लिया देखते--देखते ही प्रशासन ने कचरे के ढेर को खाद और दूसरी चीजों में तब्दील कर दिया। इंदौर में 6 अलग-अलग प्रकार से कचरा का संग्रहण किया जाता है। इंदौर की जनता का स्वच्छता के प्रति जुनून और नगर निगम और जिला प्रशासन का इंदौर को स्वच्छता में नंबर वन स्थान दिलाने का संकल्प दोनों ने मिलकर इंदौर को स्वच्छता में 5 बार देश का पहला स्थान दिलाया। दिन-रात नगर निगम की टीम सड़कों से लेकर कचरे के ढेर की सफाई करने में जुटी रही।
ट्रेंचिंग ग्राउंड से कई किलोमीटर दूर तक बदबू ही बदबू की गंध पसरी रहती थी। आदमी 5 मिनट नही बैठ सकता था लेकिन आज वहां एशिया का सबसे बड़ा प्लांट बनकर तैयार हुआ। बदबू की जगह पर गार्डन और हरियाली है। आज घंटो लोग वहां समय बिताते हैं जहां कचरा होता था आज वहां लोग सेल्फी ले रहे हैं इंदौर का यह नवाचार देश के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। एशिया के सबसे बड़े बायो नेचुरल गैस सीएनजी प्लांट का 19 तारीख यानी कल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियां भी लगभग पूरी हो चुकी है 10,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है करीब 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा में रहेंगे सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी नजर। वहीं भारतीय जनता पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि टीचिंग ग्राउंड का निरीक्षण कर रहे हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी से एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी गैस प्लांट का शुभारंभ करने का आग्रह किया था। इंदौर में देवगुराड़िया स्थित टीचिंग ग्राउंड में 15 एकड़ में बना डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत से एशिया का सबसे बड़ा बायो नेचुरल गैस सीएनजी प्लांट बनकर तैयार हुआ है। इस प्लांट की क्षमता 550 टन तक की है। इस प्लांट से लगभग 17 से 18 (TPD )टन पर डे प्रोड्यूस होगा। यानी रोजाना 17 से 18 टन सीएनजी गैस का उत्पादन होगा वही 100 टन जैविक खाद का उत्पादन होगा जिसका उपयोग जैविक खेती के लिए किया जाएगा। गैस बनने का प्रोसेस तीन चरणों में पूरा होगा सबसे पहले डाइजेस्टर उसके बाद बैलून फिर कंप्रेस्ड होगा इसके बाद शुद्ध मिथेन गैस रिफिल सेंटर में पाइप लाइन द्वारा पहुंचेगा और वहां से लोकल पब्लिक ट्रांसपोर्ट सहित कॉरपोरेशन की बसों में इसका प्रशासन उपयोग करेगा लगभग 400 बसों में सीएनजी गैस का उपयोग किया जाएगा जो पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए उपयोग होगा।
इस प्लांट से लगभग शहर में 400 सिटी बसों के संचालन का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा बची हुई सीएनजी गैस इंडस्ट्रीज को नगर निगम बेचेगा यह सीएनजी बाजार से ₹5 की कम कीमत में दी जाएगी और सबसे बड़ी बात यह है कि इस गैस प्लांट से सरकार को मार्केट मूल्य की सीएनजी गैस से 5 रुपए कम में यहां सीएनजी गैस मिलेगी जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व भी बचेगा और वही किसानों को जैविक खाद की भी पूर्ति करेगा। 19 फरवरी को होने वाले इस प्लांट का वर्चुअल शुभारंभ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे इसके साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश कैबिनेट के अधिकांश मंत्री, इंदौर सांसद शंकर लालवानी सहित कई नेता इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और स्वच्छता उद्यमियों से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे वर्चुअल संवाद भी करेंगे। प्रधानमंत्री प्लांट का लोकपर्ण के साथ इंदौर सहित भोपाल देवास व अन्य जिलों के साथ स्वच्छता उद्यमियों से संवाद भी करेंगे जिसको लेकर टचिंग ग्राउंड स्थित सीएनजी प्लांट पर प्रशासन ने तैयारियां शुरू लगभग पूरी कर ली है। सबसे खास बात है बायो गैस गीले कचरे से बनाया जाएगा। इंदौर देश में स्वच्छता में नंबर वन है लगातार अपने नए नवाचार के लिए जाना जाता है स्वच्छता को लेकर इंदौर ने कई नवाचार किए हैं इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए इंदौर ने कचरा की समस्या को खत्म करने के लिए उससे गैस बनाने का प्लांट शुरू कर दिया है गैस बनेगी बचा हुआ कचरा जैविक खाद बन जाएगा जिसका उपयोग जैविक खेती के लिए किया जाएगा। हालांकि नगर निगम ने इस प्लांट को रिन्यूएबल नेचुरल गैस प्लांट का नाम दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कुछ दिन पहले कोरोना से संक्रमित हो गए थे कार्यक्रम में शामिल होने पर संशय बना हुआ था लेकिन इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे।