रिपोर्ट.... सचिन बहरानी
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में हथियारों की नुमाईश का दौर खत्म होने का नाम नही ले रहा है अब बात करे पिछले दिनों इंदौर में बदमाशों ने सोशल मीडिया पर हथियारों की नुमाईश की थी तो इंदौर की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था...अब बात करे ऐसे मामले की जिसमे एक शख्स को समाज की जिम्मेदारी दी गई उसे प्रदेश स्तर की जिम्मेदारी दी गई समाज को आगे
बढ़ाने की ...इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र में नायता समाज के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार क्षेत्र में पहुचे यूनुस पटेल उर्फ गुड्डू द्वारा खजराना स्थित दरगाह पर पहले तो चादर पेश कर अमन और चेन की दुआ मांगी उसके बाद जुलूस के रूप में निकले खजराना क्षेत्र में जुलुए निकाला और जूलूस में अपने हाथों में लिए दो नाली की बंदूक और साथ मे कार्यकर्ताओ के हाथ मे भी दो नाली बंदूक लेकर जुलूस निकाला गया हाथों में बंदूक का होना अपने आप मे बड़ा प्रश्न है... पूरे मामले में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने संज्ञान लेते हुए खजराना टीआई से मांगी रिपोर्ट ।
दरसअल पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे नायता समाज के प्रदेश अध्यक्ष यूनुस पटेल उर्फ गुड्डू द्वारा खजराना क्षेत्र में जुलूस निकाला जा रहा था जिसमे यूनुस पटेल उर्फ गुड्डू द्वारा एक दो नाली की बंदूक अपने हाथों में और दूसरी बंदूक अपने साथी के हाथों में लेकर जुलूस निकाला गया वही पूरे मामले का वीडियो सोश्यल मीडिया के माध्यम से इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के पास पहुँचा तो पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने खजराना थाना प्रभारी से जुलूस मांगी और कलेक्टर ने कहा कि युनुस पटेल द्वारा हथियार सहित जुलूस निकालने की अनुमति ली गई थी यदि अनुमति ली गई थी तो किसके द्वारा हथियार के साथ जुलूस निकालने की अनुमति दी गई है यदि बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया है तो इनके विरूद्ध क्या कार्रवाई की गई है ? इसके संबंध में तत्काल जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करे वही कलेक्टर ने बताया कि यह भी बतायें कि उक्त हथियार लायसेंसी थे या बगैर लायसेंस के थे इसकी रिपोर्ट भी थाना प्रभारी से मांगी गई है और कहा है कि ऐसी घटना से आमजनता में भय का वातावरण बनता है। इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। किसी भी प्रकार के जुलूस, रैली या अन्य आयोजनों में हथियारों के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
कुलमिलाकर बंदूक का हाथ मे होना जुलूस की परमिशन होना और क्षेत्र में इस तरह से खुले में हथ्यार लेकर घूमना किसकी शेय पर हुआ इसकी जाँच सामने आने पर कई अधिकारियों पर गाज गिरने की उम्मीद बनती दिखाई देती है...