रिपोर्ट.... सचिन बहरानी
बीते दिनों इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के छात्र ने फांसी लगा ली थी। घटना के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि युवक ने रैगिंग के कारण आत्महत्या की है। जिसके बाद बड़ी संख्या में पाटीदार समाज के लोग मृतक के परिजनों के साथ पुलिस कमिश्नर ऑफिस का घेराव करने पहुंचे..
पिछले दिनों इंदौर के खुडैल थाना क्षेत्र स्थित इंडेक्स कॉलेज में फर्स्ट ईयर में पढ़ने वाले 23 वर्षीय छात्र चेतन पाटीदार निवासी बड़नगर ने कालेज के सीनियर छात्रों द्वारा रैगिंग लेने से परेशान होकर कॉलेज के हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद परिजन और गुस्साए पाटीदार समाज के लोगो ने इंदौर पुलिस कमिश्नर के ऑफिस पहुंच कर जमकर हंगामा किया। वही प्रदर्शन करते हुए परिजन ओर पाटीदार समाज के लोगो ने मृतक चेतन पाटीदार की मौत को आत्महत्या नही हत्या बताया ओर दो संदिग्ध के खिलाफ धारा 302 में हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इधर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे पीड़ित परिजनों ने अपनी बात कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र के समक्ष रखी है। वहीं कमिश्नर ने मामले में संबंधित अधिकारी को उचित कार्रवाई करने बात कहीं है। सभी परिजनों को आश्वस्त किया गया है।
गौरतलब है कि पूरे प्रकरण में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है जिसमें अब तक कॉलेज प्रबंधन और सीनियर छात्रों के बयान दर्ज कर चुकी है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में परिजनों की एक त्रुटि सामने आई है। जहां शहर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद परिजनों को ग्रामीण आईजी के दफ्तर पहुंचना था। वह गलती से इंदौर पुलिस कमिश्नर के कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा करके अपनी आपत्ति जाहिर की। हालांकि कमिश्नर इंदौर ने उनकी परिजनों की समस्या का करने के लिए परिजनों को आश्वस्त भी कर दिया है।