इंदौर की सेंट्रल जेल में एक कैदी ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। उसने पजामे के नाड़े से फंदा बनाया और झूल गया। जेल के कर्मचारियों ने देखा तो उसे फंदे से उतारकर कैदी को अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कैदी के भाई का आरोप है कि अगस्त में वह जेल से छूटने वाला था, किसी ने रात में मारपीट के बाद उसकी हत्या कर लटकाया है। जेल डीआईजी ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
इंदौर के एमजी रोड थाना छेत्र की सेन्ट्रल जेल में एक कैदी के द्वारा अपने बेरक फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामल सामने आया हे पुलिस के मुताबिक उन्हें रात में सेंट्रल जेल से सूचना मिली कि कैदी कालू उर्फ ललित निवासी भागीरथपुरा ने बैरक की जाली में पजामे का नाड़ा गले में कसकर फांसी लगा ली। रात में उसे प्रहरी ने देखा तो अफसरों को सूचना दी। लॉकअप खोल कर उसे पहले मेडिकल वार्ड में ले जाया गया। यहां एंबुलेंस से डॉक्टर ने एमवाय अस्पताल भेज दिया। रात 1 बजे यहां डॉक्टरों ने कैदी की मौत की पुष्टि की। अब डॉक्टरों की टीम बनाकर शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।वही जेल डीआईजी ने पुरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा हे की कैदी कालू 2008 से सेंट्रल जेल में तीन मर्डर केस में दोहरे आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। इसके अलावा उस पर मारपीट, लूट व कुछ अन्य मामलों में पांच, सात और तीन साल की सजा भी हुई थी।7 अप्रैल को तलाशी के दौरान उसके पास से तम्बाकू मिली थी। जिसके बाद उसे अलग सेल में भेज दिया गया था।