ग्वालियर। खटीक समाज के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उस समय पेशोपेश में पड़ गए जब समाज ने स्मृति चिह्न के रूप में बकरा भेंट किया। पहले तो कुछ देर सिंधिया सोचते ही रह गए कि इस बकरे का क्या करेंं। लेकिन बाद में उन्होंने बकरे को समाज को लौटा दिया और कहा कि उसकी अच्छे से परिवरिश व देखभाल की जाए। केंद्रीय मंत्री को बकरा भेंट देने की यह घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
हुआ कुछ यूं कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को खटीक समाज के सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। चूंकि हर राजनीतिक व सामाजिक कार्यक्रम में नेताओं व अतिथियों को स्मृति चिह्न देने का रिवाज है। ऐसे में खटीक समाज की और से लोगों ने एक काले रंग का बकरा केंद्रीय मंत्री को भेंट देने के लिए पहुंच गए। बकरे के बच्चे को भेंट में देखकर सिंधिया भी एक बार तो पेशोपेश में पड़ गए कि वे इसका क्या करें और इसे कैसे स्वीकार करेें। सिंधिया के असमंजस को देख समाज के लोगों ने कहा कि यह हमारे समाज का प्रतीक चिह्न है। इसके बाद सिंधिया ने बकरे के सिर पर हाथ फेरा और समाज के लोगों को वापस कर दिया। साथ ही कहा कि इसकी परवरिश व देखभाल अच्छे से की जाए।
महावीर भवन में खटीक समाज का प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा था। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान समाज के लोगों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत किया और कुछ लोगों ने अपना प्रतीक चिन्ह जिंदा बकरा उन्हें भेंट किया।केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बकरे को हाथ लगाकर उसको वापस कर दिया बकरा भेंट करने के दौरान समाज के लोगों में मतभेद भी दिखाई दिया है। कुछ लोग बकरे को स्टेज पर लाने से मना भी कर रहे थे लेकिन बकरे को समाज के कुछ लोग जबरदस्ती स्टेज पर लेकर पहुंच गए घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।