भोपाल। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अंजू की जिस तरह से पाकिस्तान मे आवभगत हो रही है, उपहार मिल रहे हैं, उससे कई संदेह जन्म लेते हैं और इसलिए मैंने इसके स्पेशल ब्रांच को निर्देशित किया है कि इस मामले की सूक्ष्मता से परीक्षण करे। उसे कहा गया है कि इस बात की जांच करे कि कहीं यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की साजिश तो नहीं है। यदि यह अंतरराष्ट्रीय साजिश हो तो ध्यान में रखकर अंजू वाले केस को देखे यह ग्वालियर का मामला है।
आप को बता दें कि ग्वालियर के टेकनपुर से सटे बोना गांव की रहने वाली अंजू अपने फेसबुक मित्र से मिलने पाकिस्तान पहुंच गई। वहां से नसरुल्लाह से निकाह की खबरें आने के बाद वह चर्चा में आ गई और लोगों ने उसकी हिस्ट्री पता लगाने के लिए सर्च इंजन गूगल का सहारा लिया। पिछले सात दिन में अंजू को गूगल पर सबसे अधिक बार सर्च किया गया है, जबकि दुबई के रास्ते भारत पहुंची पाकिस्तान की सीमा हैदर गूगल पर सर्च करने के मामले में पिछले सात दिन में अंजू से पिछड़ गई है। गूगल पर अंजू को 45 प्रतिशत लोगों ने सर्च किया, जबकि सीमा हैदर को 35 प्रतिशत ने खोजा। इससे सािबत होता है कि लोगों में सीमा से अधिक अंजू के बारे में जानने की जिज्ञासा है, क्योंकि अंजू दो बच्चे और पति सहित पूरे परिवार को छोड़कर पाकिस्तान चली गई।
21 जुलाई को अंजू पहुंची थी पाकिस्तान
अंजू के दादा डिफेंस में रहे और उसके चाचा बीएसएफ में हवलदार हैं। 20 साल पहले अंजू का विवाह अरविंद रफाइल से हुआ था। जिसके बाद अंजू भिवड़ी में पति और बच्चों के साथ रहती थी। 2019 में फेसबुक पर उसकी दोस्ती पाकिस्तान के नसरूल्ला से हो गई। उसी से मिलने के लिए अंजू 21 जुलाई को वीजा लेकर पाकिस्तान पहुंच गई।अंजू ने पाकिस्तान पहुंचकर अपने फेसबुक मित्र से निकाह रचा लिया और धर्म परिवर्तन कर फातिमा बन गई। इधर सीमा हैदर ने भी सचिन से विवाह कर इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया। इन दोनों महिलाओं का प्यार को पाने का जुनून है या फिर कुछ और है।