बिजनौर। यूपी के बिजनौर जिले में तेंदुओं का आतंक जारी है। यहां अब तक इनके कहर से 13 लोगों की जान चली गई है। अब लेकिन इन आदमखोर तेंदुओं के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार, वन विभाग ने कमर कसी है। दो आदमखोर तेंदुओं को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। स्थानीय अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद खतरे के मद्देजनर ऐसा फैसला किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय वन अधिकारियों की जांच में पाया गया कि पिछले सात महीनों में तेंदुओं ने बिजनौर में हमला करके 13 लोगों की जान ले ली है। जबकि यूपी के बिजनौर जिले में 12 लोग मारे गए, वहीं एक शव बिजनोर की सीमा से लगे उत्तराखंड के कॉर्बेट इलाके में मिला। खास बात यह भी है कि जिन लोगों पर हमला हुआ, वे या तो किसान थे या फिर उनके परिवार के सदस्य थे।
इस मामले में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अंजनी कुमार आचार्य ने स्थानीय अधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा कि तेंदुए के लगातार हमले नगीना और नजीबाबाद के क्षेत्र के लोगों को परेशान कर रहे हैं। अधिकांश हमले इस इलाके के 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में हुए हैं। वहीं नजीबाबाद और नगीना दोनों जगहों पर तेंदुओं को मानव शरीर खाते देखा गया। वहीं स्थानीय वन अधिकारियों ने ग्रामीणों पर हमले के लिए जिम्मेदार दो तेंदुओं की पहचान की है। आचार्य ने बताया कि महत्वपूर्ण खतरे के कारण, इन तेंदुओं का शिकार करने के लिए एक टीम को अधिकृत किया गया है। टीम में सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी शत्रोहन लाल, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी जौनपुर आर.के. सिंह, दुधवा टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सा अधिकारी दयाशंकर, शामिल हैं।