मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना पर नया अपडेट सामने आया है। 22 अगस्त से यह योजना शुरू होने जा रही है, इसके तहत एक साल में 60 हजार पदों पर भर्तियां की जाएंगी। खास बात ये है कि इस योजना में अब तक 8 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन आए है।इनमें सबसे अधिक आवेदन सागर, रीवा, सतना जिलों से आए हैं।इसमें अब तक 10,368 प्रतिष्ठान (कंपनियां) पंजीकृत हो गई है। इन आवेदनों में से कंपनियां योग्यता के आधार पर आवेदकों का चयन करेंगी और फिर उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। इनमें से चयनित आवेदन को कंपनी में बुलाया जाएगा और फिर योग्यतानुसार काम और स्टायपेंड दिया जाएगा। इसके तहत युवाओं को अलग-अलग सेक्टर्स में ट्रेनिंग देकर उन्हे रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा, ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को उनकी योग्यता के हिसाब से 8000 से 10000 रुपए तक का स्टाइपेंड दिया जाएगा।
इसमें ट्रेनिंग 1 साल की होगी, लेकिन कुछ कोर्सेज के लिए ट्रेनिंग पीरियड 6 से 9 महीने रखा गया है। गुरूवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगामी सप्ताह राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रहे लोकार्पण/शिलान्यास कार्यक्रम, लाड़ली बहना सम्मेलन और जनदर्शन के संबंध में कलेक्टर एवं वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और बताया कि भोपाल में 22 अगस्त की शाम मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा। इस योजना में 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी और 25 प्रतिशत राशि कंपनी द्वारा दी जाएगी। एयरोस्पेस एंड एविएशन, कृषि, आटोमोबाइल बैंकिंग, फाईनेंशियल सर्विस एंड एंश्योरेंस, ब्यूटी एंड वेलनेस केमिकल कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रानिक्स, फूड प्रोसेसिंग, हेंडिक्राफ्ट, हेल्थकेयर, आईटी, मैनेजमेंट, माइनिंग, टेक्सटाइल, टेलीकाम, टूरिज्म, फिजिकल एजुकेशन आदि तमाम सेक्टर्स के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
ये मिलेंगे लाभ -
योजना में मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी 18 से 29 वर्ष के 12वीं या उससे कम कक्षा में उत्तीर्ण युवा को 8000 रूपये ITI उत्तीर्ण को 8500 रूपये, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हजार रूपये ।स्नातक या उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले युवाओं को 10000 रूपये प्रतिमाह स्टाईपेंड दिया जायेगा।
राज्य शासन की ओर से निर्धारित स्टाईपेंड की 75% राशि प्रशिक्षणार्थियों को DBT से भुगतान की जायेगी।
संबंधित प्रतिष्ठानों द्वारा निर्धारित न्यूनतम स्टाईपेंड की 25 % राशि प्रशिक्षणार्थियों के बैंक खाते में जमा करानी होगी।
प्रतिष्ठान अपनी ओर से निर्धारित राशि से अधिक स्टाईपेंड देने के लिये स्वतंत्र होंगे। स्टाईपेंड एक वर्ष तक दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को उद्योग उन्मुख नई तकनीक और प्रक्रियाओं में दक्षता लाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उन्हें सहजता से रोजगार प्राप्त हो सकेगा।
यह योजना युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाएगी। इस आनलाइन प्रक्रिया में युवाओं को कौशल सीखने के साथ ही आठ से दस हजार रुपये मासिक मानदेय (स्टाइपेंड) दिया जाएगा।
नई तकनीक और नई प्रकिया के माध्यम से प्रशिक्षण। प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेंड
मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा State Council for Vocational Training (SCVT) का प्रमाण पत्र
आवेदक जहां पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है, वहां प्रशिक्षण के बाद रोजगार के लिए आवेदन दे सकता है, कंपनी चाहे तो युवाओं को नियमित रोजगार दे सकती है
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की पात्रता/आयु सीमा -
इस योजना का लाभ पाने के लिए आपकी आयु 18 साल से 29 वर्ष तक होना चाहिए।
इस योजना में वह युवा आवेदन दे सकते हैं जो मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी हों।
युवा के पास शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई या फिर कोई और डिग्री होनी चाहिए।
जो भी युवा इस योजना में सिलेक्ट होते हैं उन्हें स्कॉलरशिप मिलती है।
सरकार युवा को सर्टिफिकेट भी देता है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के आवेदको को समग्र आईडी, शैक्षणिक योग्यता, डिग्री आदि की आवश्यकता होगी।
योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक का मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना जरूरी है।समग्र पोर्टल पर आधार E-Kyc जरूरी है।
रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और Email होना जरूरी है। बैंक खाता आधार से लिंक हो और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) इनेबल्ड हो।
ऐसे करें आवेदन -
आवेदक MMSKY पोर्टल पर पंजीयन पर क्लिक करें।
यदि आप पात्र हैं तो अपना समग्र आईडी दर्ज करें।
समग्र आईडी में पंजीकृत मोबाइल नं. पर भेजा गया OTP दर्ज करें।
OTP दर्ज करने के बाद आपकी जानकारी स्वत: प्रदर्शित होगी।
एप्लीकेशन सबमिट करने पर आपको SMS से यूजरनेम और पासवर्ड मिलेगा।
लाॉग इन कर शैक्षणिक योग्यता और संबंधित दस्तावेज संलग्न करे।
शैक्षणिक योग्यता के अनुसार कोर्स प्रदर्शित होंगे उनमे से आप कोई कोर्स को चुन सकते है, जहां ट्रेनिंग करना चाहते हैं उस स्थान का चयन करें।