जोहानिसबर्ग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव कम करने की भारत की चिंताओं से अवगत कराया। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने इसकी जानकारी दी। क्वात्रा के मुताबिक प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है।
विदेश सचिव ने कहा कि इस संबंध में, दोनों नेता अपने संबंधित अधिकारियों को सैनिकों की शीघ्र वापसी और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए। क्वात्रा ने कहा कि मोदी ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन से इतर समूह के नेताओं के साथ बातचीत की। क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर शी से बातचीत की और संबंधों को सामान्य बनाने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करने की महत्ता के साथ ही भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया। राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बातचीत में प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं सामंजस्य बनाए रखना तथा एलएसी का सम्मान करना भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक हैं।
मई, 2020 में पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध शुरू होने के बाद भारत और चीन के बीच संबंध में तनाव पैदा हो गया। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में कुछ स्थानों पर गतिरोध बना हुआ है। विदेश सचिव ने इसका जवाब नहीं दिया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के लिए शी चिनफिंग को आमंत्रित किया है। एक संयुक्त बयान में बातचीत को ‘‘सकारात्मक, रचनात्मक और गहन बताया गया और दोनों पक्ष शेष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने पर सहमत हुए। इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स नेताओं की मीडिया ब्रीफिंग से पहले संक्षिप्त बातचीत करते देखा गया।