किसान नहीं बेच पा रहे हैं अपनी उपज, किसान मोर्चा में सरकार से खरीदी करने की मांग की
इन्दौर : प्रदेश के व्यापारियों द्वारा अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले करीब 10 दिनों से प्रदेश की साढे तीन सौ से ज्यादा मंडियां बंद है । जिसके चलते जहां अनाज व्यापार ठप हो गया है वहीं किसानों को भी अपनी उपज बेचने के लिए कोई ठिकाना नहीं मिल रहा है। किसाने की इस मुसीबत को ना प्रशासन देख रहा है ना शासन ।
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने पिछले 10 दिनों से मंडियों में चल रही हड़ताल पर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि मंडियों में व्यापारियों की हड़ताल के चलते किसानों पर दोहरी मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। किसानों के घरों में तैयार फसल पड़ी है लेकिन मंडियां बंद होने से वे अपनी फसल बैच नहीं पा रहे हैं । जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं ने कहा है कि राज्य शासन मंडियों की हड़ताल को लगातार अनदेखा कर रहा है। व्यापारियों से चर्चा करने के बजाय राज्य शासन और मुख्यमंत्री इस हड़ताल को नजरअंदाज कर रहे हैं । जिसके चलते शासन किसान और व्यापार तीनों का नुकसान हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यूं तो बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं लेकिन प्रदेश में 10 दिनों से व्याप्त समस्या को हल करने के लिए उनकी सरकार कोई प्रयास नहीं कर रही है । व्यापारियों से दो-दौर की बातचीत भी असफल हुई है । जिसके चलते संकट और गहराता जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि या तो व्यापारियों से चर्चा कर कोई समाधान निकाला जाए और मंडियां प्रारंभ की जाए या फिर किसानों की उपज की खरीदी सरकार स्वयं करें।