बीजिंग। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन बीजिंग पहुंच गए हैं। यहां वो चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव समिट में हिस्सा लेंगे। दोनों की बीजिंग में आखिरी मुलाकात 2013 में हुई थी।
पिछले साल रूस और यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद पुतिन का यह पहला अहम विदेशी दौरा है। युद्ध अपराध के लिए इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ वॉरंट जारी किया हुआ है। इसी वजह से वो जी-20 समिट समेत कई इंटरनेशनल समिट से दूर रहे।
जिनपिंग से दोस्ती
न्यूज एजेंसी ‘एएफपी’ के मुताबिक- जिनपिंग और पुतिन अच्छे दोस्त हैं। जिनपिंग पुतिन को अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते हैं। पुतिन चीन के राष्ट्रपति को भरोसेमंद सहयोगी कहते हैं। दोनों ही नेताओं या कहें देशों के वेस्टर्न वल्र्ड से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं। रूस और यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद तनाव और बढ़ गया। चीन ने यूक्रेन पर हमले के लिए रूस की निंदा करने से इनकार कर दिया था। बहरहाल, पुतिन की चीन यात्रा एक तरह से प्रेसिडेंट जिनपिंग के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट क्चक्रढ्ढ के लिहाज से भी अहम है। यूरोपियन काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स में चीन मामलों की एक्सपर्ट एलिजा बाचुलस्का कहती हैं- बीजिंग में चीन के दल की मौजूदगी मॉस्को के लिए अहम है। यह इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर रूस और पुतिन की पॉजिटिव इमेज बनाने का मौका है, क्योंकि जंग की वजह से वो अलग-थलग पड़ गए हैं।