ग्वालियर की भितरवार विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार लाखन सिंह यादव और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मोहन सिंह राठौड़ ने आज ग्वालियर कलेक्ट्रेट पहुंचकर पर्चा दाखिल किया और अपनी अपनी जीत का दावा किया इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए दोनों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी लगाए।
ग्वालियर की भितरवार विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी ने इस बार मोहन सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस पार्टी से वर्तमान कांग्रेस विधायक लाखन सिंह यादव पार्टी के उम्मीदवार हैं दोनों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना अपना नामांकन दाखिल किया नामांकन के बाद इस दौरान भाजपा के मोहन सिंह राठौड़ ने कहा की भितरवार की जनता 15 साल के कांग्रेस के कामों से नाराज है इसलिए हम विकास के नाम पर वोट मांगेंगे तो वही लाखन सिंह द्वारा अपने शासनकाल में किए गए भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि लाखन भले ही कहते रहे कि भाजपा की सरकार ने उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की लेकिन आप खुद जाकर गांव में देख सकते हैं और अगर वह चाहते हैं कि मैं न्यायालय जाऊं तो मैं जानता कि न्यायालय में खड़ा हूं और जनता भी फैसला करेगी क्योंकि उनको पता है कि चार घोटाले में आज तक कुछ नहीं हुआ है तो मेरी शिकायत करने से क्या हो जाएगा इसलिए मैं जनता की अदालत में हूं.
भितरवार से कांग्रेस विधायक और वर्तमान प्रत्याशी लाखन सिंह यादव भी कलेक्ट्रेट में पर्चा दाखिल करने पहुंचे उन्होंने इस दौरान मोहन सिंह राठौर के आरोपों पर भी जवाब दिया उन्होंने कहा कि यह मेरा कोई पहला चुनाव नहीं है इससे पूर्व भी सात बार चुनाव लड़ चुका हूं हर 5 साल में चुनाव लड़ता हूं और पर्चा दाखिल करने के बाद अब मैं जनता के बीच जा रहा हूं और मेरे लिए यह कोई नई बात नहीं है मोहन सिंह राठौड़ द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि केवल मोहन सिंह के कहने से कुछ होता नहीं है यह तो जनता तय करेगी कि मैं कुछ किया है कि नहीं किया है जब से भितरवार ने विधानसभा का आकार लिया है तब से प्रदेश भर में भले ही भाजपा की आंधी चलती रही लेकिन भितरवार की जनता ने मुझ पर विश्वास किया अगर लाखन सिंह गलत है तो यह 3 तारीख को पता चल जाएगा मोहन सिंह राठौड़ द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों और उससे जुड़े सबूत जनता की अदालत में रखने की बात पर उन्होंने कहा कि अगर मोहन सिंह सही है तो फिर प्रदेश में और केंद्र में उनकी सरकार होने के बावजूद मैं जेल में क्यों नहीं हूं मुझ पर कानूनन कार्रवाई क्यों नहीं की।