बीजिंग। चीन में आर्थिक सुधारों का समर्थन करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री ली केकियांग का निधन हो गया है। गुरुवार को उन्हे दिल का दौरा पड़ा और शुक्रवार की रात को शंघाई के एक अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। खबरों के मुताबिक, उन्हें पुनर्जीवित करने के सभी प्रयास किए गए लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। 68 वर्षीय ली पिछले साल सेवानिवृत्त होने तक वह सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति थे। सत्ता का कोई आधार न होने के बावजूद ली पार्टी में आगे बढ़े और एक समय तो उन्हें राष्ट्रपति की शीर्ष भूमिका के लिए भी चुना गया था।
चीनी प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद ली को 2013 की फोर्ब्स की दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में 14वां स्थान दिया गया था। ली को पूर्व नेता हू जिंताओ के साथ जुड़ा हुआ देखा गया था, जिन्हें शी के आदेश पर पिछले साल की पार्टी कांग्रेस में मंच से हटा दिया गया था। ली की मृत्यु पर ऑनलाइन व्यापक रूप से शोक व्यक्त किया जा रहा है, चीनी सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति ने कहा कि यह हमारे घर का एक स्तंभ खोने जैसा है। ली को उनके मजबूत आर्थिक ट्रैक रिकॉर्ड के लिए याद किया जाएगा।बता दें कि ली 2013 से 2023 तक चीन के प्रधानमंत्री पद पर भी रह चुके हैं। एक अर्थशास्त्री के रूप में उन्हें शुरू में चीन की अर्थव्यवस्था की बागडोर सौंपी गई थी, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि जैसे-जैसे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्ता हासिल की, उनके करियर के अंत में उन्हें किनारे कर दिया गया।