वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हमास के हमले के संबंध में अपने बयान को लेकर हंगामे के बीच उनकी टिप्पणियों की ‘‘गलत व्याख्या’ करने पर हैरानी जाहिर कर कहा कि उन्होंने हमास के आतंकी कृत्यों को उचित नहीं ठहराया। गुतारेस ने कहा, मैं सुरक्षा परिषद में कल दिए गए मेरे कुछ बयानों की गलत व्याख्या से हैरान हूं। ऐसा दिखाया गया कि मैं हमास के आतंकी कृत्यों को उचित ठहरा रहा हूं। यह गलत है। गुतारेस ने सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा था, यह मानना महत्वपूर्ण है कि हमास द्वारा किए गए हमले अकारण नहीं हुए। फलस्तीन के लोगों को 56 वर्षों से घुटन भरे कब्जे का सामना करना पड़ रहा है। गुतारेस ने कहा था, उन्होंने अपनी जमीन को लगातार (यहूदी) बस्तियों द्वारा हड़पते और हिंसा से ग्रस्त होते देखा है। उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई। उनके लोग विस्थापित हो गए और उनके घर ध्वस्त कर दिये गए। अपनी दुर्दशा के राजनीतिक समाधान की उनकी उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं।
इन टिप्पणियों के बाद, इजराइली विदेश मंत्री एली कोहेन ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गुतारेस के साथ होने वाली अपनी बैठक रद्द कर दी। बाद में संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने गुतारेस के इस्तीफे की मांग कर कहा कि इजराइल को इस विश्व निकाय के साथ अपने संबंधों पर पुनर्विचार करना चाहिए। गुतारेस ने कहा कि मंगलवार को परिषद में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह इजराइल में हमास द्वारा सात अक्टूबर को किए गए आतंक के भयावह और अभूतपूर्व कृत्यों की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि परिषद में उन्होंने फलस्तीनी लोगों की शिकायतों के बारे में भी बात की ‘‘लेकिन फलस्तीनी लोगों की शिकायतें हमास के भयावह हमलों को उचित नहीं ठहरा सकतीं।