भोपाल । मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन 2489 उम्मीवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें बड़ी संख्या में भाजपा-कांग्रेस के उन नेताओं ने भी नामांकन दाखिल किए हैं, जो टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं और बगावत पर उतारू हैं।
जानकारी के अनुसार भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से टिकट न मिलने नाराज आरिफ अकील के भाई आमिर अकील, कांग्रेस नेता नासिर इस्लाम और हुजूर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। बुरहानपुर से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद स्व. नंद कुमार चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह ने टिकट नहीं मिलने की नाराजगी में निर्दलीय फॉर्म भर दिया है। रीवा जिले की मनगवां विधानसभा से भाजपा विधायक पंचुलाल प्रजापति की पत्नी पूर्व विधायक पन्ना बाई ने निर्दलीय, चाचौड़ा से भाजपा की पूर्व विधायक ममता मीणा ने आम आदमी पार्टी और सतना शहर की उत्तर से भाजपा नेता कमलेश अग्रवाल और सतना सीट से भाजपा नेता रतनाकर चतुर्वेदी बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरकर मुसीबत बन गए हैं। इसी तरह शिवपुरी से भाजपा के पूर्व विधयक रसाल सिंह, पौहरी से भाजपा नेता प्रद्मम सिंह, सुमावली से कांग्रेस नेता कुलदीप सिकरवार ने नामांकन भरकर भाजपा-कांग्रेस के लिए दिक्कत बन गए हैं। इसके अलावा मुरैना से पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता राकेश रुस्तम सिंह, नागौद से पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह बसपा से, बिजावर में भाजपा से पूर्व विधायक रेखा यादव, अटेर से पूर्व विधायक मुन्ना भदौरिया, सिमरिया सीट से पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी, मुरैना से बसपा से पूर्व विधायक रहे मनीराम धाकड़ ने नामांकन दाखिल कर पार्टियों की नींद उड़ा दी है। -अब 2 नवंबर तक नाम वापसी अनुपम राजन ने बताया कि 21 अक्टूबर से शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया 30 अक्टूबर को समाप्त हो गई। आखिरी दिन सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में 2489 उम्मीदवारों द्वारा 2811 नामांकन पत्र जमा किए गए हैं। अब तक कुल 3832 उम्मीदवारों ने 4359 नामांकन पत्र भरे गए हैं। 2 नवंबर को नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है। प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।