ग्वालियर। ये चुनाव उन लोगों के बीच है, जिन्होंने कांग्रेस को धोखा दिया है। यह चुनाव धन शक्ति और मानव शक्ति, गद्दार और ईमानदार के बीच है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2018 में तैयारी के लिए कमलनाथ को सिर्फ 5 महीने का वक्त मिला था, उस समय संगठन भी उतना तैयार नहीं था, जितना वे थे। अब संगठन तैयार है। उक्त उद्वोधन पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कई विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए दिया है। अपने संबोधन के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी तीन खेमों में बंट गई है, महाराज, शिवराज और नाराज बीजेपी।
दिग्विजय सिंह ने अपने लोगों से कहा कि तब बीजेपी एक थी। 2023 में सब अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि हमें तैयारी के लिए 5 साल मिले हैं और शिवराज के खिलाफ पूरी तरह से तैयार हैं। 2018 में उतना आक्रोश नहीं था, जितना आज है। बीजेपी भी उतनी विभाजित नहीं थी, जितनी आज है। यहां के उम्मीदवार में महाराज बीजेपी से हैं और उपचुनावों में हमारे बीच जो अंतर था, वह न केवल बराबर हो गया है, बल्कि बढ़ भी गया है। यह लड़ाई मजदूरों और मालिकों के बीच की है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी संगठन कार्यकर्ताओं को उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता था, जितना भारतीय जनता पार्टी ने किया है।
हर साल भारत में सरकार, मिल मालिकों और श्रमिकों के बीच राष्ट्रीय सेमिनार होता था। नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले नौ वर्षों से आयोजित नहीं किया गया है। उन्होंने 44 श्रमिक कानूनों को समाप्त कर दिया है। उन्हें घटाकर चार संहिता कर दिया है। वे चार संहिताएं पूरी तरह से मिल मालिकों पर भी लागू होती हैं। ईवीएम पर उन्होंने सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पहले बैलेट पेपर पर अनियमितताएं करते थे लेकिन हम समझ गए हैं कि अब वे ईवीएम पर अनियमितताएं कर सकते हैं लेकिन वे कांग्रेस के वोट नहीं बढ़ा सकते हैं, बल्कि बीजेपी के वोट बढ़ा सकते हैं क्योंकि किसी भी मशीन में चिप डाली जाती है।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव के दिन इसकी जांच करने का केवल एक ही तरीका है। यह बॉट कांग्रेस को बीजेपी में बदल देता है। ऐसा नहीं कर सकते। बीजेपी को कांग्रेस में नहीं बदल सकते लेकिन निश्चित रूप से वोट बढ़ा सकते हैं। हमें यह समझने की जरूरत है कि अगर 100 वोटों के बाद बीजेपी का वोट बढ़ता है तो उनका वोट बढ़ेगा और हमारा वोट वही रहेगी।