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  • Friday, Nov 22, 2024

अफगान शरणार्थियों पर हो रहे जुल्मों को छुपाने के लिए Pakistan ने चला दांव

by NewsDesk - 12 Nov 23 | 30

इस्लामाबाद। झूठ बोलने और सत्य को नकारने में माहिर पाकिस्तान ने अब अफगान शरणार्थियों पर हो रहे जुल्मों को छुपाने के लिए एक नया दांव चला है। पाकिस्तान ने यूएन को आतंकी हमले का अलर्ट भेजा है। पाकिस्तान में अफगानिस्तान से लगे बॉर्डर और खैबर के आदिवासी जिले में आम नागरिक पर हो रहे अत्याचारों की कहीं पोल ना खुल जाए, इस डर के चलते पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र के रिफ्यूजी कमीशन को आतंकी हमले का अलर्ट दिखाकर आने से रोका है। पाकिस्तान में अफगान शरणार्थियों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर अफगानिस्तान ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा इलाके समेत विभिन्न इलाकों में अफगानिस्तान के शरणार्थी नागरिकों और खैबर जिले के आदिवासी नागरिकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर संयुक्त राष्ट्र की रिफ्यूजी हाई कमीशन की एक टीम वहां का दौरा कर असली जमीनी हालात का आकलन करना चाहती थी।


पाकिस्तान में अफगानिस्तान के शरणार्थियों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर अफगानिस्तान लगातार विरोध जताता आ रहा है. यहां तक की पाकिस्तान के अनेक बुद्धिजीवी भी पाकिस्तान की इस नई चाल को लेकर परेशान हैं. उनके धार्मिक संगठनों ने भी इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की थी कि जब 40 साल से पाकिस्तान में रह रहे अफगानिस्तान के रिफ्यूजी खतरा नहीं बने तो वह अचानक अब खतरा कैसे बन गए। यूनाइटेड नेशन हाई कमीशन फॉर रिफ्यूजी ने पाकिस्तान सरकार को बताया था कि उनकी एक टीम पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों का दौरा कर शरणार्थियों के बारे में वास्तविक स्थिति का आकलन करना चाहती है। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि लिहाजा संयुक्त राष्ट्र की इस टीम को खैबर में आने से रोका जाए। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने यह पत्र पाकिस्तान के विदेश सचिव को भी भेजा. जिससे संयुक्त राष्ट्र को तत्काल इस बारे में जानकारी देकर उनकी टीम को आने से रोक दिया जाए। इसके साथ ही पाकिस्तान के इरादों की पोल खुल गई। जिसके जरिए वह चाहता है कि उसके देश में मुस्लिम शरणार्थियों पर जो अत्याचार हो रहे हैं, वो विश्व के सामने नहीं आने पाए।


यूनाइटेड नेशन कमीशन के इस रूख को देखते हुए पाकिस्तान प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। क्योंकि आए दिन वहां पर इस तरह के वीडियो सामने आते रहे हैं, जिनसे पता चलता है कि शरणार्थियों पर पाकिस्तान फौजी और पुलिस लगातार अत्याचार कर रही है। बूढों और बच्चों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। यूनाइटेड नेशन हाई कमीशन फॉर रिफ्यूजी के आगमन को देखते हुए पाकिस्तान प्रशासन ने अपनी पुरानी चाल चली और आनन-फानन में खतरे का एक अलर्ट जारी कर दिया। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय द्वारा जारी इस अलर्ट में कहा गया है कि यह पता चला है कि संयुक्त राष्ट्र की एक टीम खैबर जिले का दौरा करना चाहती है। लेकिन खैबर जिले में आतंकवादियों द्वारा सरकारी प्रतिष्ठानों तथा अन्य सॉफ्ट जगहों को टारगेट किया जा सकता है।

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