उत्तरकाशी । सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने का काम मंगलवार रात को भी जारी रहा। रात भर ड्रिलिंग का काम चला। प्रशासन ने सुरंग की गतिविधियों वाली वायरल हुई वीडियो और फोटोज को देखते हुए अब इस प्रकार की वीडियो और फोटोज पर सख्ती से पाबंदी लगा दी है। सुरंग में चल रहे काम पर प्रधानमंत्री कार्यालय बराबर खबर ले रहा है।
उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में खास दिवाली के दिन हादसा हुआ था, जिसमें 41 श्रमिक फंस गये। सुरंग में फंसे मजदूरों को आज 11 वें दिन तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का कार्य किया गया। जानकारी अनुसार ऑगर मशीन से 800 एमएम के छह पाइप डालने का काम किया जा चुका है। इसके साथ ही 36 मीटर तक ड्रिलिंग की गई है। ड्रिलिंग का काम बहुत ही एहतियात के साथ सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके बाद सुरंग में करीब 20 से 22 मीटर की दूरी ही शेष रह गई है। शुरु में बताया गया था कि मजदूर करीब 56 मीटर अंदर फंसे हुए हैं। इस लिहाज से अब महज 20 ओर ड्रिलिंग का काम होना शेष रह गया है।
सुरंग में बचाव एवं राहत कार्य में अनेक एजेंसियों के साथ ही पुलिसकर्मी, आईटीबीपी जवान भी जुटे हुए हैं। इस क्षेत्र में दिन में तो तापमान तेज धूप के बीच सामान्य रहता है लेकिन शाम सूरज ढलते ही सर्द हवाओं का जोर हो जाता है। ढंग के कारण सुरंग के आस-पास जगह-जगह अलाव लगाए जा रहे हैं। भारी ठंड के बीच बचाव दल अपने काम को अंजाम देने में जुटा हुआ है।
फोटो और वीडियो पर रोक
सिलक्यारा सुरंग में जारी बचाव और राहत कार्य के दौरान मंगलवार को सुबह अचानक सोशल मीडिया में अंदर की कुछ तस्वीरें और वीडियो फुटेज वायरल हो गए थे। अब प्रशासन ने इस पर सख्ती से रोक लगा दी है। सुरंग के अंदर काम कर रहे मजदूरों के अतिरिक्त कर्मचारियों और अधिकारियों को भी वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी करने से रोका गया है।