इनके खिलाफ मतदान में पक्षपात और गड़बड़ी की शिकायतें
भोपाल : मध्यप्रदेश में 3 दिसंबर के बाद सरकार भाजपा-कांग्रेस में किसी भी पार्टी की बने, लेकिन प्रदेश के 8 जिला कलेक्टर, 6 एसपी सहित प्रदेश के तीन दर्जन अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन हो सकता है। इन अधिकारियों के खिलाफ मतदान के दौरान पक्षपात और गड़बड़ी की चुनाव आयोग में शिकायतें की गई हैं।
भाजपा ने चुनाव के दौरान चार जिला कलेक्टरों पर चुनाव के दौरान लापरवाही बरतने और सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल हटाने की मांग की है। जबकि कांग्रेस ने आठ कलेक्टरों पर भाजपा का एजेंट होने और चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया है। इनमें नरसिंहपुर, छतरपुर और भिंड कलेक्टर के खिलाफ भाजपा ने भी शिकायत की है। इनके अलावा राज्य प्रशासनिक सेवा के दो दर्जन अधिकारियों के खिलाफ भी चुनाव के दौरान पक्षपात एवं लापरवाही की शिकायतें की गई हैं।
भाजपा ने इन कलेक्टरों की शिकायत की
भाजपा ने चुनाव के दौरान पर लापरवाही एवं सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए जिन चार जिलों के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायतें की हैं, उनमें नरसिंहपुर कलेक्टर रिजु बाफना, रतलाम कलेक्टर भास्कर लक्षकार और भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा ने निवाड़ी के एसपी अंकित जायसवाल की भी चुनाव आयोग में शिकायत की है। इन अधिकारियों पर कांग्रेस नेताओं की मिलीभगत से कम एवं धीमी गति से मतदान और केवल भाजपा कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की शिकायतें हैं।
कांग्रेस ने इन कलेक्टर-एसपी की शिकायत की
कांग्रेस ने जिन कलेक्टर एवं एसपी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायतें की हैं, उनमें अशोकनगर कलेक्टर सुभाष द्विवेदी, सागर कलेक्टर दीपक आर्य, सीधी कलेक्टर साकेत मालवीय, नरसिंहपुर कलेक्टर रिपु बाफना, दतिया कलेक्टर संदीप माकन और भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के नाम शामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने मुरैना एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान, दतिया एसपी प्रदीप शर्मा और जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह के खिलाफ शिकायतें की है। इन अधिकारियों पर कांग्रेस ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलीभगत कर भाजपा को लाभ पहुंचाने की शिकायत की है।