सोल। उत्तर कोरिया और उसके तानाशाह नेता किम जोंग उन हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इस बार फिर उत्तर कोरिया अपने जासूसी सैटेलाइट को लेकर चर्चा में है। उ.कोरिया ने दावा किया कि उसका पहला जासूसी सैटेलाइट अंतरिक्ष में स्थापित हो गया है, इस पिछले सप्ताह कक्षा में लांच किया गया था।
इस जासूसी सैटेलाइट ने व्हाइट हाउस, पेंटागन और आसपास के अमेरिकी नौसैनिक स्टेशनों की तस्वीरें ली हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्रमुख अमेरिकी साइटें उन क्षेत्रों की सूची में शामिल हो गई हैं, जिसका दावा है कि उत्तर कोरिया ने 21 नवंबर को शुरू की गई अपनी टोही जांच का उपयोग करके तस्वीरें खींची हैं। राज्य के आधिकारिक मीडिया ने कहा कि नेता किम जोंग उन ने रोम, गुआम में एंडरसन वायु सेना बेस, पर्ल हार्बर और अमेरिकी नौसेना के कार्ल विंसन विमान वाहक की पिछली तस्वीरों के साथ लेटेस्ट फोटो देखी हैं।
मालूम हो कि दक्षिण कोरिया ने इस साल की शुरुआत में एक असफल प्रक्षेपण के बाद उ.कोरिया के जासूसी सैटेलाइट में से एक को बचा लिया और निष्कर्ष निकाला कि इस तकनीक का सैन्य महत्व बहुत कम था। जबकि सियोल का मानना है कि उत्तर कोरिया का कोई भी सैटेलाइट अल्पविकसित होगा, ऐसी तकनीक किम के शासन को अपने लक्ष्यीकरण में मदद कर सकती है, क्योंकि इससे परमाणु हमला करने की क्षमता बढ़ जाती है।
उ.कोरिया ने कहा था कि सैटेलाइट कुछ ठीक ट्यूनिंग के बाद 1 दिसंबर से औपचारिक रूप से अपना टोही मिशन शुरू करेगा, लेकिन लोकल मीडिया ने कहा कि ‘उपग्रह की ठीक ट्यूनिंग प्रक्रिया को एक या दो दिन पहले समाप्त करने के लिए जल्दबाजी की जा रही है। सैटेलाइट चालू है या नहीं इस बारे में बाहरी दुनिया से कोई पुष्टि नहीं हुई है और उत्तर कोरिया ने अभी तक अपने नए सैटेलाइट द्वारा ली गई कोई भी फोटो बाहरी दुनिया को जारी नहीं की है।