भोपाल। बालाघाट में डाक मत पत्र छंटनी से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से मध्य प्रदेश के सियासी हलके में घमासान मच गया। इस मामले को लेकर प्रशासनिक अमले पर गाज गिरना भी शुरु हो गई। पहले एआरओ को सस्पेंड किया गया, फिर एसडीएम निलंबित को कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और अब कांग्रेस के शिकायत पर कहा जा रहा है कि बहुत जल्द बालाघाट कलेक्टर पर भी निलंबन कार्रवाई हो सकती है।
गौरतलब है कि बालाघाट में मतगणना से पहले ही स्ट्रांग रुम में रखे मतपत्रों की पेटी खुलने संबंधी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे कांग्रेस ने शेयर करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मतपत्रों में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए गंभीर शिकायत दर्ज कराई थी। कांग्रेस की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए डाक मत पेटी खोलने वाले एआरओ हिम्मत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद एसडीएम सोनी को भी निलंबित कर दिया गया और अब कांग्रेस ने कलेक्टर की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए और हटाने की मांग की है।
बालाघाट मामले को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। दूसरी तरफ प्रशासनिक स्तर पर कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है। इसे लेकर दो लोग नप चुके हैं और कांग्रेस लगातार हमलावर बनी हुई है और कलेक्टर को हटाने की मांग कर रही है। इस मामले में भाजपा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है, लेकिन मामला गंभीर होने के कारण लगातार प्रशासनिक कार्रवाई हो रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बालाघाट कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग चुनाव आयोग से की है। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मामले की संपूर्ण जानकारी मंगवाई है। इसलिए समझा जा रहा है कि बालाघाट मामले में अब कलेक्टर पर भी कार्रवाई जल्द ही हो सकती है। गौरतलब है कि 3 दिसंबर को मतगणना होना है, उससे पहले गर्मा चुके राजनीतिक गलियारे को शांत करने का भरसक प्रयास किया जाएगा।