नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों से देश को उत्तर और दक्षिण भारत के आधार पर नहीं बांटने को कहा। उन्होंने पूछा कि क्या विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया के घटक दल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के सांसद की हिंदी भाषी राज्यों के खिलाफ टिप्पणी का समर्थन करते हैं? केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड का विचार लेकर आए हैं, ताकि पूरे देश को सब्सिडी वाला खाद्यान्न प्राप्त करने की एकल पारदर्शी प्रणाली के माध्यम से एकजुट किया जा सके।
उन्होंने विपक्ष पर हमले करते हुए कहा, ‘‘हम यह नहीं पता करते कि कौन कहां से कहां ‘माइग्रेट करता है। अब किसी को राशन कार्ड को जेब में लेकर घूमने की आवश्यकता नहीं, बल्कि अब अंगूठा ही राशन कार्ड है। व्यक्ति देश में कहीं भी जाएगा वहां उस जगह राशन मिलेगा। कुछ विपक्षी सदस्यों की आपत्तियों के बीच उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री हमेशा लोगों को एकजुट करने के लिए काम करते हैं। लेकिन विपक्ष देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहा है। उनमें से कुछ ने उत्तर और दक्षिण भारत के बारे में भी बात की। कृपया देश को विभाजित करना बंद करें।
आपत्तियों पर सख्त रुख दिखाकर मंत्री ने पलटवार करते हुए पूछा, क्या आप कल इस सदन में दिए गए एक सदस्य के बयान का समर्थन करते हैं? क्या ‘इंडिया गठबंधन के सदस्य उस सांसद के बयान का समर्थन करते हैं? हालांकि, गोयल ने विवादास्पद टिप्पणी करने वाले द्रमुक सदस्य डी एन वी सेंथिल कुमार का नाम नहीं लिया। गोयल ने कहा कि देश में 81.35 करोड़ लोगों को अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त अनाज मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह योजना कम आय वाले परिवारों के लिए केंद्र सरकार द्वारा 100 प्रतिशत वित्त पोषण के तहत पूरे भारत में लागू की गई है।
जब लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने केंद्रीय मंत्री गोयल की टिप्पणी पर आपत्ति जाहिर की तब मंत्री ने पूछा कि क्या उन्हें दर्द हो रहा है, क्योंकि देश के गरीबों को मुफ्त अनाज मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक के लोगों को 10 किलो मुफ्त खाद्यान्न देने का अपना वादा भी पूरा नहीं कर सकी और इसका केवल आधा हिस्सा (पांच किलो) दे रही है। गोयल ने कहा कि उपभोक्ताओं की शिकायतें दर्ज करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने की प्रणाली को मजबूत और सरल बनाया गया है।