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मदर्स डे पर विशेष : मां की हूबहू प्रतिमा बनवाकर बेटा रोज करता है पूजा

by NewsDesk - 12 May 24 | 147

भोपाल । मां शब्द के साथ कई भावनाएं जुड़ी होती हैं। एक बच्चे के लिए उसकी मां की क्या अहमियत होती है, इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मां के त्याग और योदान को चुकाने की हम कितनी भी कोशिश क्यों न कर लें, लेकिन ऐसा करना नामुमकिन है। इसलिए उनके त्याग और उनके सभी योगदानों को सम्मानित करने के लिए हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इस बार हम मां-बेटे के प्यार की अनूठी मिशाल को पेश कर रहे हैं।

 

एक ओर कलयुग में बेटे अपने बूढ़े मां-बाप को घरों में साथ नहीं रख रहे हैं, वही दूसरी ओर राजधानी भोपाल के रहने वाले एक बेटे ने मां-बेटे के बीच के प्यार की अनूठी मिसाल पेश की है। राजधानी भोपाल के कटारा हिल्स के प्राइड सिटी में रहने वाले कुलदीप अपनी मां अर्चना शुक्ला से वेहद प्यार करते हैं। उनकी मां का निधन 14 फरवरी 2021 को हो गया था। अपनी मां से लगाव के चलते कुलदीप ने उनकी याद को जीवंत बनाए रखने के लिए लगभग 4 लाख रुपए खर्च कर कोलकाता से उनकी हूबहू प्रतिमा बनवाई है। परिजन इस प्रतिमा को रोज तैयार कर उनका श्रृंगार करते हैं। मां बेटे के इस अद्भुत प्यार को देखकर हर कोई हैरान है।

 

कुलदीप की मां अर्चना शुक्ला बेहद धार्मिक प्रवृत्ति की थीं। और धर्म के साथ वह सामाजिक कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करती थीं। अर्चना अपने भरे पूरे परिवार के साथ सुखमय जीवन यापन कर रही थीं। 15 जनवरी 2021 को अचानक सुबह उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चला। इसी दौरान वह 25 एवं 26 जनवरी को बिल्कुल ठीक हो गईं और उन्होंने अपने सभी रिश्तेदारों से वीडियो कॉल के माध्यम से बात भी की। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि वह तो भगवान के पास चली गई थी लेकिन बच्चे उन्हें खींचकर वापस ले आए। इसी बीच दो दिन के बाद अर्चना शुक्ला को आईसीयू में शिफ्ट किया गया, इसी दौरान उन्हें कार्डियक अरेस्ट हो चुका था और हृदय ने भी काम करना बंद कर दिया था। डॉक्टरों के काफी प्रयास के बावजूद भी अर्चना शुक्ला को बचाया नहीं जा सका। 14 फरवरी को अर्चना शुक्ला भरा पूरा परिवार छोड़कर हमेशा के लिए चली गई। अब उनके परिवार के पास सिर्फ उनकी यादें थी। उनके पुत्र कुलदीप शुक्ला मां की यादो को संजोकर रखना चाहते थी इसलिए उन्होंने अपने मां को प्रतिमा के रूप में अपने दिल के करीब रखा है।

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