भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे। वे यहां अपने कुलगुरू सूफी संत मंसूर शाह की गोरखी देवघर स्थित स्थान पर करीब डेढ घंटे तक रहे यहां उन्होंने गोरखी देवघर के पुजारियों के साथ करीब सवा घंटे तक पूजा अर्चना की इस दौरान ढोली बुआ संत भी मौजूद थे और वह धार्मिक उपदेश दे रहे थे।
परंपरा के अनुसार हर साल सिंधिया राजपरिवार का मुखिया गोरखी देवघर में आकर मंसूर शाह के एक दिवसीय उर्स में शामिल होता है और उनके आशीर्वाद के स्वरूप में फूल गिरने का इंतजार करता है। इस दौरान लोहवान और धूप से मोर पंख द्वारा फूलों को झरा जाता है । इस बार सिंधिया परिवार को आशीर्वाद के रूप में फूल गिरने के लिए करीब सवा घंटे इंतजार करना पड़ा। सिंधिया अपने साधारण वेशभूषा में गोरखी देवघर पहुंचे थे जहां उन्होंने पूजा के लिए विशेष वस्त्र धोती पहने और गोरखी देवघर में पुजारियों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक रहे।
इस मौके पर उनके समर्थक और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न तोमर सहित वरिष्ठ राजनेता और समर्थक मौजूद थे। पूजा के बाद सिंधिया ने कहा कि वे परिवार के मुखिया होने के नाते हर साल यहां आते हैं और मंसूर शाह का आशीर्वाद लेते हैं। इस दौरान उन्होंने किसी भी राजनीतिक प्रश्न का जवाब देने से बचने की कोशिश की और कहा कि जहां तक शिक्षक पात्रता भर्ती प्रक्रिया का सवाल है तो वह सभी का ख्याल रखेंगे और इसके लिए मुख्यमंत्री से चर्चा भी करेंगे।