रिपोर्ट.... सचिन बहरानी
इंदौर. इंदौर के रुकमणी नगर के रहने वाले दो चचेरे भाइयों ने 100 रुपय के विवाद में पान दुकानदार की लोहे की रॉड से मार- मार कर हत्या कर दी. दुकानदार की गलती सिर्फ इतनी थी 1 दिन पहले उसने अपनी उधारी के ₹100 आरोपी युवकों से मांग लिए थे. दोनों युवक नशे में धुत्त पान की दुकान पर पहुंचे और उस पर हमला कर दिया दुकानदार को आसपास के लोगों ने निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान पिंटू दुबे की मौत हो गई।
मल्हारगंज थाना क्षेत्र के दुकानदार पिंटू की हत्या करने के बाद आरोपी युवकों ने जमकर उत्पात मचाया राहगीरों को लोहे की रॉड से किए हमले और कुछ लोगों पर चलाए पत्थर मौके पर एक आरोपी जनता के हत्थे चढ़ गया, राहगीरों ने जमकर की धुनाई किया पुलिस के हवाले दूसरा आरोपी फरार। वही पूरे मामले में पुलिस छोटा-मोटा हादसा बताने का प्रयास कर रही है. जबकि जिस तरह इंदौर में रविवार शाम करीब 8 से 9 बजे के दरमियान बेखौफ बदमाशों द्वारा चलती सड़क पर मौत का तांडव गुंडागर्दी किया गया। वह पुलिस प्रशासन के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता हैं, स्मार्ट पुलिसिंग की बात करने वाली पुलिस चौराहे पर मौजूद नहीं पुलिस के लिए बने बूथ में पुलिसकर्मी मौजूद नहीं हादसे के वक्त राहगीरों ने आसपास पुलिस के बूथ और चौराहे पर पुलिस को घटना की जानकारी देना चाहा लेकिन पुलिस चौराहे से और बूथ से नदारद मिली. घटना के कुछ देर बाद पुलिस पहुंची और नशेड़ी युवकों को शराबी बताने लगी जबकी प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवक खुलेआम नाइट्रावेट जैसी प्रतिबंधित नशीली दवाइयों का सेवन करते हैं और आयोदिन फुटपाथ व्यापारी और दूसरे व्यापारियों से पैसों को लेकर विवाद करते हैं, गुंडागर्दी कर वसूली करते आ रहे हैं लेकिन पुलिस ने करवाई तो करना छोड़ पेट्रोलिंग तक लगाना बंद कर दिया.
फिलहाल जिस तरीके से इंदौर में नशेड़ी युवकों ने उत्पात मचाया है यह बताने के लिए काफी है कि इंदौर में बदमाशों में पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है। इंदौर जैसे शहर में जिसे प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहा जाता है. रविवार को सड़क पर जिस तरह गुंडों ने उत्पात मचाया उसने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा कर रख दी जो तस्वीर इंदौर से सामने आई उसमें इंदौर पुलिस का खौफ बदमाशों में कहीं नजर आता नहीं दिख रहा। वही कांग्रेस ने रात में हुई घटना पर मुख्यमंत्री निशाने पर लिया और ट्वीट कर कहा, यह है मुख्यमंत्री के सपनो का शहर जहां नशे बाज गुंडे आतंक फैला रहे है. वही मुख्यमंत्री द्वारा कही हुई बात भी याद दिलाई की मेरी सरकार सज्जन के लिए नरम, दुर्जन के लिए कठोर है. वही यह बोले कांग्रेस ने बोला कि मुख्यमंत्री की बातों का कोई असर अपराधियों पर नही हो रहा, साथ ही दोषी पुलिस अधिकारियों को दंड मिलना चाहिए.