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- कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड ही नहीं कोवैक्सीन के भी हैं साइड इफेक्ट
- Thursday, May 16, 2024
by NewsDesk - 29 Apr 24 | 44
वाशिंगटन । एमडीएच और एवरेस्ट में कुछ मसालों को लेकर अमेरिकी फूड और ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) भी जानकारी जुटा रहा है। एफडीए के प्रवक्ता ने बताया कि हम एमडीएच और एवरेस्ट को लेकर जारी रिपोर्ट्स को लेकर जागरूक हैं, और इसको लेकर ज्यादा जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं।
हांगकांग और सिंगापुर में बैन के बाद भारतीय खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई भी दोनों कंपनियों के मसालों की जांच कर रहा है। एमडीएच और एवरेस्ट मसाले भारत में बहुत लोकप्रिय हैं और यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका में भी बेचे जाते हैं। दरअसल, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग ने एमडीएच और एवरेस्ट दोनों कंपनियों के कुछ प्रोडक्ट्स में पेस्टिसाइड एथिलीन ऑक्साइड की लिमिट से ज्यादा मात्रा होने के कारण उन्हें बैन किया था। इन प्रोडक्ट्स में इस पेस्टिसाइड की ज्यादा मात्रा से कैंसर होने का खतरा है।
हॉन्गकॉन्ग के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने कहा था कि एमडीएच ग्रुप के तीन मसाला मिक्स- मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और करी पाउडर में एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा ज्यादा पाई गई है। एवरेस्ट के फिश करी मसाला में भी यह कार्सिनोजेनिक पेस्टिसाइड पाया गया है। बता दें कि सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग के एमडीएच और एवरेस्ट में कुछ मसालों को बैन कर दिया गया है।
by NewsDesk | 16 May 24
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