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भारत रत्न का ऐलान होते ही आडवाणी हुए भावुक, ‎किया सभी का अ‎भिवादन

by NewsDesk - 03 Feb 24 | 267

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैसे ही पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया, तो अ‎भिवादन की मुद्रा में वह मी‎डिया के सामने आए। इस दौरन वह भावुक भी हो गए।

बता दें ‎कि एलके आडवाणी यानी लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार ने भाजपा के दिग्गगज नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया। खुद पीएम मोदी ने इसकी जानकारी दी। जैसे ही भारत रत्न सम्मान दिए जाने की खबर लालकृष्ण आडवाणी को मिली, वह भावुक हो गए। उनकी पहली झलक सामने आई है, जिसमें वह हाथ जोड़कर लोगों और मीडिया का अभिवादन करते नजर आ रहे हैं। उन्हें भारत रत्न दिये जाने के ऐलान के बाद प्रतिभा आडवाणी ने कहा कि पूरा परिवार आज बहुत खुश है। आज सबसे ज़्यादा मां की याद आ रही है। दादा के जीवन में मां का योगदान बहुत रहा है। दादा आडवाणीजी बहुत खुश हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करती हूं।

दरअसल, लालकृष्ण आडवाणी को उसी साल भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है, जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर के मुद्दे को उठाने के लिए 1990 में ‘राम रथ यात्रा’ की थी। इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, ‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी।’ पीएम मोदी ने सबसे लंबे समय तक भाजपा के अध्यक्ष रहे लालकृष्ण आडवाणी से बात कर उन्हें बधाई दी। आडवाणी को उस समय 90 के दशक में भाजपा के उदय का श्रेय दिया जाता है, जब वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकारों की प्रमुख पार्टी के रूप में पहली बार सत्ता में आई थी।

बता दें ‎कि सरकार ने पिछले महीने ही समाजवादी दिग्गज और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को सर्वोच्च सम्मान के लिए नामित किया था। कई राजनीतिक विशेषज्ञ ठाकुर के 1988 में निधन के कई वर्षों बाद उन्हें यह सम्मान दिए जाने को आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के बीच अपनी जड़ें मजबूत करने की भाजपा की कोशिश के रूप में देख रहे हैं, वहीं आडवाणी को यह पुरस्कार दिया जाना पार्टी की मूल विचारधारा को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति सम्मान बताया जा रहा है।

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