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इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो रेल निर्माण की योजना : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

by NewsDesk - 06 Mar 24 | 223

मुख्यमंत्री ने लाल परेड ग्राउण्ड में नवनियुक्त कर्मचारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र

नगरों के विकास के लिए राशि का अंतरण, नगरीय निकायों को दिए गए स्वच्छता क्षेत्र में पुरस्कार

 

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शहरों में स्वच्छता, मेट्रो जैसे अत्याधुनिक परिवहन साधन, युवाओं को रोजगार आज की प्राथमिकताएं हैं। आज एक मंच पर एक बहुआयामी कार्यक्रम के माध्यम से इन क्षेत्रों में प्रोत्साहन, नए कार्यों की शुरूआत और नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति प्रदान करने का महत्ती कार्य हो रहा है। यह एक लघु कुंभ की तरह है, जिसमें अलग-अलग तरह के हितग्राहियों, शासकीय सेवकों और संस्थाओं को पुरस्कृत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में श्रेष्ठ कार्य के लिए चयनित नगरीय निकायों को पुरस्कृत कर रहे थे।

 

इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो की योजना

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरीय निकायों के विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण किया। इस अवसर पर भोपाल मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए 8 स्टेशनों का भूमिपूजन भी किया गया। डॉ. यादव ने कहा कि एक समय था कि जब मेट्रो ट्रेन प्रदेशवासियों के लिए एक स्वप्न थी। भोपाल और इंदौर के बाद जबलपुर, ग्वालियर और प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी मेट्रो रेल लाइन के निर्माण की योजना है। प्रदेश में रेलवे क्रासिंग खत्म करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के साथ ही 334 पुलों के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में "स्वच्छ हम" पुस्तिका एवं “जल मल प्रबंधन नीति 2024’’ का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण प्रदेश के सभी 413 निकायों में किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट का बटन दबाकर 8 हजार 837 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 17 नियुक्ति पत्र मंच पर प्रदान किए।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में राष्ट्रवासियों को स्वच्छता अभियान में भागीदारी का आह्वान किया था। पूरा देश स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगरों, कस्बों और ग्रामों में उदाहरण स्थापित कर रहा है। मध्यप्रदेश को स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी होने का सौभाग्य मिला है। जहाँ इंदौर शहर 7वीं बार स्वच्छतम शहर के रूप में चुना गया, वहीं भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी चुनी गई है। भोपाल देश में भी 5वें क्रम पर स्वच्छ शहर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कृत निकायों को बधाई देते हुए भविष्य में भी स्वच्छता क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने की अपेक्षा की।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में राष्ट्र प्रगति की ओर अग्रसर है। प्रदेश सरकार भी विकास के सभी क्षेत्रों में कार्य के लिए संकल्पबद्ध है। इसके साथ ही शासन से जुड़े छोटे से छोटे कर्मचारी के सम्मान के प्रति भी सरकार गंभीर है। कार्यक्रम में 8 हजार 837 युवाओं को रोजगार के लिए नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। आने वाले सप्ताह में 15 हजार अन्य नियुक्ति पत्र सौंपे जाने हैं। आज का दिन इन सभी के लिए शुभ दिन है। जीविका का साधन मिलने से बेहतर कोई कार्य नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवनियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।

 

नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीयनिकायों से जुड़े जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शहरों में नागरिक सर्वाधिक अपेक्षाएं पार्षदों से करते हैं, यह स्वाभाविक भी है। स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर और प्रदेश के अन्य नगरों को अच्छे कार्य के लिए भारत सरकार ने चयनित किया। इसके साथ ही जोनल अवार्ड के अंतर्गत विभिन्न निकायों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

 

इन निकायों को मिला पुरस्कार

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वच्छता पुरस्कारों में देश में स्वच्छतम शहर इंदौर के महापौर पुष्य मित्र भार्गव को पुरस्कार प्रदान किया। इसके साथ ही श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार भोपाल की महापौर मती मालती राय ने ग्रहण किया। इसके अलावा स्वच्छता के क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चयनित निकायों उज्जैन, सौंसर, मुंगावली, नौरोजाबाद, अमरकंटक, बुदनी, बदनावर, विदिशा, शाजापुर और खंडवा निकायों के पदाधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। प्रदेश के कुल 47 नगरीय निकाय, 4 संभाग, 3 जिलों, राज्य के रूप में मध्यप्रदेश और एक एसबीएम टीम सहित कुल 65 अवॉर्ड प्रदान किये गये। केन्द्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 एवं सिटी ब्यूटी कॉम्पटीशन के विभिन्न घटकों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। सम्मानित किए जाने वाले नगरीय निकायों से आयुक्त, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, स्वच्छता नोडल, सफाई मित्र, फ्रंटलाइन वर्कर आदि सहभागी बने। उल्लेखनीय है कि गत माह आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के परिणामों की घोषणा की गई थी। इसमें प्रदेश के नगरीय निकायों एवं प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 एवं सिटी ब्यूटी कॉम्पटीशन में विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया है।

 

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कर्मचारी चयन मंडल से चयनित अधिकारियों-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। कुल 8 हजार 837 नियुक्तियां दी गई हैं। आज लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पशुपालन एवं डेयरी, आयुष, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, श्रम, महिला एवं बाल विकास, नगरीय विकास एवं आवास, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण, भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास, लोक निर्माण विभाग, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार, सामान्य प्रशासन, जनसंपर्क, वाणिज्यिक कर और जनजातीय कार्य विभाग में विभिन्न पदों पर नियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदानकिए गए।

 

कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मती कृष्णा गौर, पशुपालन राज्यमंत्री लखन पटेल, स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री मती प्रतिभा बागरी, विधायक शैलेंद्र जैन, भगवान दास सबनानी, भोपाल की महापौर मती मालती राय, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव उपस्थित थे। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई ने विभागीय योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक, जनप्रतिनिधि और नवनियुक्त शासकीय सेवक उपस्थित थे।

 

 

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