• trending-title
  • ऋचा का कातिलाना अंदाज और पोज़ बहुत पसंद आया फैंस को
  • Monday, Dec 23, 2024

विधानसभा उपचुनाव : सीएम सुखविंदर की पत्नी चुनाव जीतीं

by NewsDesk - 13 Jul 24 | 124

हिमाचल की देहरा सीट कांग्रेस ने बीजेपी से छीनी, कमलेश ठाकुर ने जीत दर्ज की

देहरा। हिमाचल प्रदेश में देहरा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह की नहीं चली होशियार जनता ने उन्हें हार का मजा चखा दिया है। सीएम सुखविंदर सिंह की पत्नी कमलेश ठाकुर ने उन्हें हराया है। हालांकि अब तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन दस राउंड की काउंटिंग खत्म हो चुकी है। इस चुनाव में भाजपा की होशियारी काम नहीं आई है। चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हुए आजाद विधायक रहे होशियार सिंह को बड़ा झटका लगा है और वह हार गए हैं। वह लगातार दो चुनाव में जीत रहे थे।

जानकारी के मुताबिक हिमाचल की तीन सीटों में देहरा सीट पर सबसे पहला नतीजा सामने आया है। यहां पर सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने जीत हासिल कर ली है। भाजपा के होशियार सिंह को हार का सामना करना पड़ा है। वह यहां से जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाएंगे। देहरा सीट पर दस जुलाई को मतदान हुआ था। इसके बाद आज 12 जुलाई शनिवार सुबह मतगणना शुरू हुई। शुरू के पांच राउंड में कमलेश ठाकुर पिछड़ती रहीं लेकिन उसके बाद उन्होंने बढ़त बनाना शुरू किया और फिर लगातार वह बढ़त बनाती चली गई उनकी जीत से पहले ही लीड को देखते हुए कांग्रेस समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था। देहरा उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर ने कहा कि मेरी जीत से ज्यादा यहां की जनता को दस गुना खुशी हुई है। तपती धूप में जनता ने मेरा साथ दिया। देहरा की जनता ने जीत के तौर पर शगुन दिया है। ससुराल के प्रति जो दायित्व है, वह अलग है. लेकिन यहां मेरे मायके लिए मेरा अलग दायित्व है।

देहरा में बीते तीन चुनाव में कांग्रेस कभी भी जीत नहीं पाई थी। 2012 में यह नया विधानसभा क्षेत्र बना था। 2012 में बीजेपी के रविंद्र रवि जीते थे। 2017 में होशियार सिंह आजाद चुनाव जीते। 2022 में भी होशियार सिंह को जीत मिली, लेकिन अब वह जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाए। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद सुक्खू सरकार में काफी हलचल हुई थी उसके बाद कांग्रेस के छह विधायक बागी हो गए थे। वहीं, तीन निर्दलीय विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया था। उनमें होशियार सिंह भी शामिल थे। बीजेपी ने उनसे इस्तीफा दिलवाया और अपनी पार्टी में शामिल कर लिया, लेकिन यहां पर जनता ने बीजेपी की होशियारी को दरकिनार कर दिया और सबक सिखाया।

Updates

+