मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में होशंगाबाद रोड पर बने 300 बिस्तरों वाले नवनिर्मित सागर मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल का लोकार्पण किया। निजी क्षेत्र के इस अस्पताल में एक ही छत के नीचे सभी तरह के रोगियों की देखभाल की सुविधा और विशेषज्ञों की सेवाएँ उपलब्ध होंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने अस्पताल परिसर में नव निर्मित मंदिर में पूजा-अर्चना, पौध-रोपण, पट्टिका का अनावरण और फीता काट कर अस्पताल का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने अस्पताल का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रसिद्ध उक्ति "पहला सुख- निरोगी काया" का उल्लेख करते हुए कहा कि 'शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्' अर्थात सब धर्मों का माध्यम शरीर ही है। शरीर हमेशा स्वस्थ रहे, इसके हमें निरंतर प्रयासरत होना चाहिएं, लेकिन कई बार इस संसार में अस्वस्थता हमें घेर लेती है। ऐसे समय में अस्पताल और क्लीनिक ही सहारा होते हैं। अस्वस्थता से उबारने का माध्यम डॉक्टर ही हैं। उनकी इस भूमिका के कारण यह कहा जाता है कि भगवान के बाद यदि किसी का दूसरा स्थान है, तो वह डॉक्टर का ही है। अस्पताल की आत्मा डॉक्टर हैं, जब डॉक्टर ठीक ढंग से काम करेंगे तो ही अस्पताल सफलतापूर्वक चल पाएगा। डॉक्टर साथियों से यही अपेक्षा है कि वे मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार देकर स्वस्थ बनाएं, इसी में उनके जीवन की सार्थकता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ कि किसी को अस्पताल आना न पड़े और यदि कोई आए तो वह पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर जाए। यह अस्पताल आधुनिक सुविधाओं से सम्पन्न है, पर्यावरण और प्रकाश का बेहतर प्रबंध है। मुख्यमंत्री चौहान ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई भी दी। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, सागर ग्रुप के संस्थापक सुधीर अग्रवाल, सागर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के चीफ आपरेटिंग आफीसर डॉ. मोहित अग्रवाल, डॉयरेक्टर डॉ. आदित्य अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।