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  • Monday, Dec 23, 2024

MP में बड़े नुकसान के डर से संघ ने संभाला चुनावी मोर्चा

by NewsDesk - 09 Nov 23 | 13

अरुण जैन और दीपक विस्पुते को सौंपा मानीटरिंग का जिम्मा नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने और मैदान में लाने में जुटा संघ महेश दीक्षित 

भोपाल : मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव का मोर्चा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने संभाल लिया है। संघ ने अपने भोपाल स्थित मुख्यालय समिधा से भाजपा के चुनाव अभियान की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। इसमें मानीटरिंग का जिम्मा संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख अरुण जैन और क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते प्रदेश को सौंपा गया है। इसी के साथ संघ ने नाराज़ भाजपा कार्यकर्ताओं को मनाने और उन्हें घर से बाहर निकालने के लिए अपने स्वयंसेवकों की टीम को मैदान में उतार दिया है। हाल ही में मुख्यमंत्री निवास पर अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख अरुण जैन, क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश ने सीएम शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद से लंबी बैठक की। बैठक में इन सभी नेताओं ने भाजपा के चुनाव अभियान की समीक्षा की। तथा चुनाव में मैदानी जमावट और माइक्रो इलेक्शन मैनेजमेंट के संदर्भ में संघ भाजपा को किस तरह से परोक्ष रूप से मदद कर सकता है इस पर गहन मंत्रणा की। इसके साथ बैठक में नाराज होकर घर बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं को मनाने और उन्हें चुनाव मैदान कैसे लाया जाए इस पर विचार किया गया। क्योंकि पार्टी और संघ को इस बात का अच्छी तरह से अहसास हो गया है कि, यदि भाजपा कार्यकर्ता, जो कि पार्टी की ताकत है, को घर से बाहर नहीं निकाला, तो इस बार चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ सकती है। इसके बाद तय हुआ कि नाराज कार्यकर्ताओं को मैदान में लाने का काम भी संघ के पदाधिकारी अपने तरीके से करेंगे। जिसमें अरूण जैन और दीपक बिस्पुते पूरे प्रदेश की मानीटरिंग के साथ ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों पर और महाकौशल क्षेत्र की 38 सीटों पर नजर रख रहे हैं। संघ के अपने फीडबैक के अनुसार भाजपा को इस बार इन दोनों क्षेत्रों में ही बड़े नुकसान का खतरा नजर आ रहा है। अनिल जैन ग्वालियर के हैं। उन्होंने ग्वालियर में विभाग प्रचारक की जवाबदारी लंबे समय संभाली है। इसके अलावा वे मध्य भारत प्रांत के सह प्रांत प्रचारक, प्रांत प्रचारक रहने का अलावा मध्य क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक भी रह चुके हैं। इस वजह से जैन मध्यप्रदेश के चप्पे-चप्पे वाकिफ हैं। इसी तरह मौजूदा क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते जबलपुर के हैं। उन्होंने महाकौशल क्षेत्र में लंबे समय काम किया है। इस वजह से ग्वालियर चंबल संभाग और महाकौशल क्षेत्र के बारे में यह दोनों वरिष्ठ प्रचारक बारीकी से समझ रखते हैं। प्रदेश के इन्हीं दो क्षेत्रों में भाजपा को सबसे अधिक दिक्कतें आ रही हैं। संघ भाजपा के लिए माइक्रो मैनेजमेंट का मोर्चा संभालेगा। -ये संघ पदाधिकारी भी कर रहे मानीटरिंग सूत्रों के अनुसार संघ ने अपने प्रांत प्रचारक और प्रांत कार्यवाहक स्तर के पदाधिकारियों को चुनाव की मॉनिटरिंग करने के लिए कहा है। जैसे मालवा प्रांत में जिसमें इंदौर और उज्जैन संभाग आते हैं। यहां प्रांत प्रचारक बलिराम पटेल इंदौर संभाग के निमाड़ अंचल को संभाल रहे हैं, तो सह प्रांत प्रचारक राजमोहन उज्जैन संभाग को देख रहे हैं। प्रांत प्रचार प्रमुख विनय दीक्षित रतलाम से लगी हुई आदिवासी सीटो पर सक्रिय है। इसी तरह मध्य भारत प्रांत में ग्वालियर चंबल अंचल का मोर्चा स्वप्निल कुलकर्णी देख रहे हैं जो प्रांत प्रचारक हैं । जबकि सागर, भोपाल और नर्मदा पुरम संभाग को सह प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता देख रहे हैं। इनके अलावा पूरे मध्य क्षेत्र कार्यवाह हेमंत मुक्तिबोध देख रहे हैं। प्रदेश की 47 आदिवासी और 35 दलित सुरक्षित सीटों को अखिल भारतीय सेवा प्रमुख पराग अभ्यंकर देख रहे हैं। जो मालवा प्रांत के नौ सालों तक प्रांत प्रचारक रह चुके हैं और मूलतः ग्वालियर के हैं। -घर बैठे नाराज़ कार्यकर्ताओं को मना रहे संघ सीधे तौर पर राजनीति और चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लेता है। लेकिन संघ के स्वयंसेवक अपने तरीके चुनाव मैदान ठोस मदद करता है। इसके लिए संघ भाजपा के उन कार्यकर्ताओं को घर से बाहर निकालने में लग गया है, जो संगठन से नाराज़ होकर घर बैठ गए थे। इसके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा खुद पूरे प्रदेश में जाकर भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन और बैठकें कर कार्यकर्ताओं से बात कर रहे हैं।

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