- trending-title
- ऋचा का कातिलाना अंदाज और पोज़ बहुत पसंद आया फैंस को
- Sunday, Dec 22, 2024
by NewsDesk - 26 Jul 24 | 116
मॉस्को । यूक्रेन जंग से रूस को भारी नुकसान उठना पड़ रहा है। दो साल से ज्यादा समय से चल रही जंग में दोनों ओर से कई सैनिक मारे गए हैं। इसके बाद सेना में सैनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए, रूसी अधिकारी नए सिपाहियों को रिकॉर्ड बोनस ऑफर कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बयान जारी कर शहर के रहने वालों को सेना में भर्ती होने पर एक बार में 1.9 मिलियन रूबल (लगभग 18,41,697 रुपये) का बोनस देने की घोषणा की।
नए सिपाहियों को उनकी पहली साल की सेवा में 5.2 मिलियन रूबल (49,89,324.60 रुपये) तक का ऑफर किया जा रहा है। इसके अलावा, युद्ध में घायल होने वालों को उनकी चोटों की गंभीरता के आधार पर 4,76,329.82 रुपये से 9,53,496.77 रुपये तक का एकमुश्त भुगतान मिल सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्ध में मारे गए सैनिकों के परिवारों को 28,58,816.03 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
रुसी सरकार सैनिकों के मारने की संख्या छुपा रही है, लेकिन अनुमानों के मुताबिक सैनिकों की मौत की संख्या अधिक है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिर्फ मई और जून में ही 70,000 से ज्यादा सैनिक मारे गए या घायल हुए, क्योंकि रूस को खारकीव इलाके में भारी नुकसान हुआ। दिसंबर में कांग्रेस को दी गई अमेरिकी खुफिया जानकारी के मुताबिक रूस ने जंग शुरू होने से अब तक अपने सक्रिय जमीनी सैनिकों के 87 प्रतिशत और अपने टैंकों के दो-तिहाई हिस्से को खो दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है, सोशल मीडिया पर ड्रोन के वीडियो आ रहे हैं, इसमें रूसी सैनिक यूक्रेनी सेना के खिलाफ भयंकर लड़ाई में मारे जा रहे हैं या बुरी तरह घायल हो रहे हैं। यूक्रेनी सैनिकों ने बताया कि उन्हें रूसी सैनिकों के भारी हमलों का सामना करना पड़ रहा है, जिन्हें उनके कमांडर बेकार सामान की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
इन बढ़ती नुकसानों के चलते, रूस जल्दी से सैनिकों की संख्या बढ़ाना चाह रहा है। पुतिन ने सेना में 170,000 जवान भर्ती करने का आदेश दिया है, इसका मकसद सेना की संख्या 22 लाख से ज्यादा करना है, जिसमें 13.2 लाख सक्रिय सैनिक शामिल हैं। सेना के साइज में ये 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, और जंग शुरू होने के बाद से ये दूसरी बार है। रिपोर्टों के मुताबिक, रूस ने 15,000 नेपाली नागरिकों को भर्ती किया है, जिनमें से कई इस तरह के युद्ध से परेशान हैं, कुछ लापता हैं या संभवत: मारे गए हैं। इसके अलावा, अफगान, भारतीय, कांगोली और मिस्र के भर्तियों को रूस की सैन्य अकादमियों में ट्रेन किया जा रहा है।
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24
by NewsDesk | 28 Sep 24