• trending-title
  • ऋचा का कातिलाना अंदाज और पोज़ बहुत पसंद आया फैंस को
  • Sunday, Dec 22, 2024

माधवी राजे की पार्थिव देह रानी महल में दर्शन के लिए रखी, शाम को अंतिम संस्कार

by NewsDesk - 16 May 24 | 199

ग्वालियर। ग्वालियर राजघराने की राजमाता एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार आज गुरूवार को ग्वालियर में किया जाएगा। दोपहर में अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह रखी जाएगी। इस दौरान देश के बड़ी राजशाही परिवार के साथ बड़ी राजनीतिक हस्तियां मौजूद रहेंगी।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया। वे 75 साल की थीं। पिछले दो महीने से बीमार होने से दिल्ली एम्स में भर्ती थीं। उन्होंने बुधवार सुबह 9.28 बजे अंतिम सांस ली। कुछ देर में उनकी पार्थिव देह ग्वालियर लाई जाएगी। इसके बाद रानी महल में दोपहर तीन बजे तक अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। शाम 5 बजे सिंधिया छत्री पर उनका राजसी परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा।

 

 

 

 

बता दें कि 70 वर्षीय माधवी राजे सिंधिया पिछले तीन महीने से बीमार थीं। उनका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था। माधवी राजे सिंधिया का ताल्लुक नेपाल राजघराने से रहा है। शादी से पहले उनका नाम किरण राजलक्ष्मी देवी था। माधवराव से विवाह के बाद मराठी परंपरा के तहत नाम बदलकर माधवी राजे सिंधिया हो गया था। 

 

 

 

 

माधवी राजे के निधन पर सीएम डॉ. मोहन यादव, पूर्व सीएम कमलनाथ समेत कई नेताओं ने दुख जताया। राजमाता माधवी राजे मूलत: नेपाल की रहने वाली थीं। वे नेपाल राजघराने से संबंध रखती थीं। उनके दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री थे। राणा वंश के मुखिया भी रहे थे। साल 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था। माधवराव के निधन के बाद उन्हें राजमाता कहा जाने लगा। माधवी राजे के पति पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया का 30 सितम्बर 2001 को यूपी के मैनपुरी के पास विमान हादसे में निधन हुआ था। उस समय उनकी उम्र महज 56 साल थी।

सुबह 10 बजे: पार्थिव देह नई दिल्ली एयरपोर्ट से ग्वालियर के लिए रवाना की जाएगी

सुबह 10.45 बजे: ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंचेगी

सुबह 11.15 बजे: यहां से रानी महल के लिए रवानगी

सुबह 11.45 बजे: रानी महल आगमन

दोपहर 12.30 से 2.30 बजे तक: अंतिम दर्शन

दोपहर 2.30 से तीन बजे तक: अंतिम यात्रा की तैयारी

दोपहर 3.30 बजे: अंतिम यात्रा छत्री के लिए रवाना होगी

शाम पांच बजे: छत्री में अंतिम संस्कार किया जाएगा

अंतिम संस्कार में यह राजशाही परिवार और राजनीतिक हस्तियां होंगी शामिल

गुजरात का गायकवाड़ राजघराना

पटियाला राजशाही परिवार

जम्मू कश्मीर राजपरिवार 

त्रिपुरा राजपरिवार 

नेपाल राजपरिवार

धौलपुर राजपरिवार

समथर स्टेट सहित छोटे राजघराना परिवार आदि सहित तमाम राजनैतिक,ओधोगिक घरानों से एवं सामाजिक संगठनों के लोगों के शामिल होने की जानकारी प्राप्त हुई है। 

Updates

+