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- Monday, May 20, 2024
by NewsDesk - 10 May 24 | 70
ग्वालियर : एनसीसी संयुक्त वार्षिक शिविर-तीन में के संयुक्त थल सैनिक शिविर की तैयारी के लिए गर्ल्स कैडेट्स को टेंट पिचिंग और ड्रिल का प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद कैडेट्स ने फायरिंग का भी प्रशिक्षण लिया।
कैंप कमांडेंट कर्नल सुखविंदर सिंह ने ड्रिल प्रशिक्षण से पूर्व कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि जर्मन के जनरल ड्रॉल ने वर्ष 1700 में ड्रिल का आविष्कार किया था। उसके बाद ड्रिल फौज की रीढ़ बन गई। इसके माध्यम से अनुशासन के साथ सैल्यूट, दाएं-बाएं मुड़ने, चलने आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है। कर्नल सिंह ने कैडेट्स में जोश भरते हुए कहा कि एक गोली-एक दुश्मन का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकता है, जब सैनिक सही पोजीशन के साथ दुश्मन पर आक्रमण कर रहा हो।
इसी क्रम में हवलदार नरेश ने उन्होंने रायफल से शिस्त लेना सिखाया। शूटिंग के लिए पोेजीशन लेने, लाइनिंग पोजीशन, टारगेट, ट्रिगर, ऑपरेशन के बारे में विस्तार से जानकारी देकर फायरिंग का अभ्यास कराया।
सूबेदार नरेंद्र सिंह ने कैडेट्स को ओटी एरिया में टेंट पिचिंग का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि फौज में दुर्गम क्षेत्रों में सैनिकों को ऑपरेशन करने पड़ते हैं, इसके लिए टेंट पिचिंग जरूरी होता है, जो कम समय में तैयार करने पड़ते हैं।
by NewsDesk | 20 May 24
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